प्रियंका गांधी सोमवार को रायबरेली पहुंचीं. इस बार उन्होंने कुछ ऐसा किया, जिसे देखकर लोग दंग रह गए. प्रियंका गांधी खेतों में पहुंचीं और उन्होंने धान काटा. प्रियंका ने अपनी दादी की यादों को भी ताजा किया.
प्रियंका पिछले 19 दिनों में दूसरी बार 18 नवंबर को अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में थीं. वे सीधे जनता से मिलीं और लोगों की समस्याओं से वाकिफ हुईं.
लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद 18 नवंबर को 11 बजे प्रियंका गांधी का काफिला सड़क के रास्ते रायबरेली के शिवगढ़ ब्लॉक में दाखिल हुआ. यहां एक दर्जन से अधिक गांवों में डोर टू डोर जाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. आगे बढ़ीं और उनका काफिला रामपुर खास गांव पहुंचा. यहां प्रियंका ने चौपाल लगाकर गांव वालों से उनकी शिकायतें सुनीं और अपने साथ चल रहे सांसद केएल शर्मा से इन्हें हद कराने का निर्देश दिया.
एक के बाद एक गांवों से होते हुए प्रियंका का काफिला धौकलगंज गांव के पास खेतों में महिलाओं को धान की कटाई करते देख रुक गया. प्रियंका गाड़ी गाड़ी से उतरकर सीधे महिलाओं से मिलने बीच खेत में पहुंच गईं. अचानक प्रियंका को अपने सामने पाकर महिलाएं दंग रह गईं. प्रियंका ने इन महिलाओं से धान की कटाई करने का तरीका सीखा और फिर एक महिला कलावती के हाथ से हंसिया लेकर खुद फसल काटने लगीं.
एक ग्रामीण ने कहा- मेरा गीत सुनकर जाओ, बेटी
जगदीशपुर गांव में जैसे ही प्रियंका गाड़ी पर बैठने लगीं, तभी एक ग्रामीण रामटहल मौर्य ने उन्हें रोका. कहा, बिटिया एक गीत सुनकर जाओ. इस पर प्रियंका गाड़ी से उतर आईं और उनका गीत सुना. रामटहल ने गीत सुनाया ‘आइ लहर सोनिया जी के सबकै दुअरिया, नजरिया सबके पंजा पर रहो, राजीव, इंदिरा स्वर्ग में बैठो खोई सारी दुनिया.' गीत सुनकर प्रियंका भावुक हो गईं और ग्रामीण को धन्यवाद देते हुए आगे बढ़ गईं.