कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध किया. उन्होंने कहा कि एनआरसी के कारण गरीबों को खासी दिक्कत होगी. नोटबंदी की तरह लोग परेशान होंगे और इसका कोई फायदा नहीं होगा. सीएए से लोगों को प्रताड़ित करने की साजिश रची जा रही है. कांग्रेसी राज्यों में एनआरसी लागू नहीं होगा.
इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने मौजूदा भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) सरकार पर लोगों को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया. प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस लोगों को प्रताड़ित कर रही है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि कोई पुराने कागजात कहां तक दिखा सकेगा. नागरिकता कानून देश के संविधान के खिलाफ है. विद्यार्थी इस कानून के खिलाफ हैं. जो अभियान सरकार को निकालना है, निकाले, लेकिन लोग प्रदर्श करेंगे. हमें अपनी सुरक्षा की चिंता नहीं है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि एक गरीब मजदूर से पूछेंगे आप कि 1970 की बिजली का बिल दिखाएं, कैसे संभव है. इस कानून से लोग प्रताड़ित ही होंगे. चालान के सवाल पर प्रियंका गांधी ने भड़क गईं. प्रियंका गांधी ने कहा इतने जरूरी मुद्दे हैं, उस पर आप सवाल करें, न कि ऐसी चीजों पर.
हिंदू धर्म में बदले की भावना नहीं
प्रियंका गांधी ने कहा यूपी में कई जगह अराजकता फैली है. जिनका कोई लीगल आधार नहीं है. राज्यपाल को यूपी के मौजूदा हालत पर चिट्ठी सौंपी है. बिजनौर में 2 युवकों की मौत का भी मामला प्रियंका गांधी ने उठाया. प्रियंका गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने भगवा धारण किया है. हिंदू धर्म का प्रतीक चिन्ह है. इस धर्म में हिंसा और बदले की भावना का कोई जिक्र नहीं है.
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों में भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन उग्र हो गया था. कई जगहों पर हिंसक झड़पों के मामले सामने आए थे, वहीं कुछ जगहों पर आगजनी भी की गई थी. प्रदेश में इस दौरान करीब 21 लोगों की मौत हो गई है. कांग्रेस की ओर से लगातार CAA के मुद्दे पर योगी सरकार, केंद्र सरकार को घेरा जा रहा है.
प्रियंका गांधी वाड्रा भी यूपी पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ योगी सरकार पर हमलावर हैं. हिंसक झड़प प्रदर्शनों के खिलाफ निष्पक्ष की जांच भी प्रियंका गांधी ने की है. प्रियंका गांधी ने पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी पर भी गंभीर सवाल खड़े किए.