कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें चुनार स्थित एक गेस्ट हाउस ले जाया गया. मगर प्रियंका गांधी वहां भी धरने पर बैठ गईं. उन्होंने कहा वह सोनभद्र में पीड़ितों से मिले बिना वापस नहीं जाएंगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि सोनभद्र में आदिवासियों के साथ जो हुआ वह बहुत ही गलत हुआ. वहां लोग मारे गए हैं, उनकी हत्या की गई है? वह अपना अधिकार मांग रहे थे. उस जमीन को वह पुश्तों से जोत रहे हैं. उस जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आदिवासियों ने वापस अब धान बोया है, तो कब्जा करने वाले वहां पहुंच गए. जमीन कब्जा करने से रोकने पर आदिवासियों की हत्या कर दी गई जबकि उन्होंने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि हादसा हो सकता है. हादसे के दौरान भी उनको कोई मदद नहीं मिली.
General Secretary UP East @priyankagandhi addresses the media after being stopped by the UP Police while she was on the way to meet the families of the deceased. #UPmeinJungleRaj pic.twitter.com/ILuxiJsTBQ
— Congress (@INCIndia) July 19, 2019
प्रियंका गांधी ने कहा, 'मैंने कहा कि मैं उन लोगों से मिलने जा रही हूं. अगर 144 लगी हुई है तो मैं 3 लोगों को लेकर जाऊंगी, मुझे उनसे मिलना है. क्योंकि उन्हें यह अहसास होना चाहिए कि उनके साथ कोई खड़ा है. वह अकेले नहीं हैं, चाहे वह कोई भी हो.'
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब मैं मिर्जापुर पहुंची तो मुझे रोककर कहा गया कि आप मिर्जापुर नहीं जा सकतीं. मैंने कहा कि क्यों नहीं जा सकती. कोई ऑर्डर दिखाओ. मिर्जापुर में उस समय कोई भी धारा नहीं लगी हुई थी. सिर्फ सोनभद्र में 144 लगी हुई थी. उसको भी मैं कह रही थी कि मैं उसका उल्लंघन नहीं करूंगी, शांतिपूर्वक जाऊंगी 3 लोगों के साथ तो कौन सी बड़ी आपत्ति आ गई.
Mirzapur: Priyanka Gandhi Vadra, Congress General Secretary for Uttar Pradesh (East) and party workers sit on a dharna at Chunar Guest House. She says,"I will go to Sonbhadra (where firing over a land dispute claimed 10 lives) & meet the victims." pic.twitter.com/3StDmtorym
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
बकौल प्रियंका गांधी, उन्होंने (पुलिस) कहा कि आपको जाने नहीं देंगे. लेकिन कोई ऑडर भी नहीं है. उन्होंने कहा कि ऊपर से फोन आया है. मैंने कहा कि मैं जाऊंगी क्योंकि आपने मुझे कोई ऑर्डर नहीं दिखाया है. जब मैं जाने लगी तो मुझे गिरफ्तार करके यहां ले आए तो मैं यहां इंतजार करूंगी. मैं पीड़ित परिवारों से मिले बिना वापस नहीं जाऊंगी.
बता दें कि हिरासत में लिए जाने से पहले प्रियंका गांधी वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ट्रॉमा सेंटर में गोंड समुदाय के कुछ घायल लोगों से मिलीं. सोनभद्र जिले में जमीन विवाद के चलते बुधवार को गोंड और गुर्जर समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे, जिसमें तीन महिलाओं सहित कम से कम दस लोगों की मौत हो गई थी और 24 अन्य घायल हो गए थे.
वाराणसी में घायलों से मिलने के बाद प्रियंका मिर्जापुर के उभ्भा गांव जाने के लिए रवाना हुईं जहां रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया. सोनभद्र जाने की इजाजत नहीं मिलने के बाद प्रियंका और उनके समर्थक मिर्जापुर के नारायणपुर क्षेत्र में धरने पर बैठ गए. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और चुनार गेस्ट हाउस ले गई.