scorecardresearch
 

यूपी के बदायूं में मथुराकांड के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव के सहयोगी की तलाश

रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश का नाम था जिसके चलते मथुरा कांड के बाद पुलिस और खुफिया विभाग के अफसर राकेश को भूखे भेड़िये की तरह खोज रहे हैं, लेकिन वह फरार बताया जा रहा है. पुलिस की तरफ से अभी तक राकेश को लेकर कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है.

Advertisement
X
रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश भी शामिल
रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश भी शामिल

Advertisement

मथुरा हिंला के मुख्य आरोपियों में से एक राकेश बाबू गुप्ता नाम का आरोपी बदायूं जिले का मूल निवासी है. राकेश बाबू गुप्ता बदायूं जिले के थाना हजरतपुर क्षेत्र में स्थित छोटे से गांव गढ़िया शाहपुर का मूल निवासी है.

आरोपी राकेश कुमार गुप्ता गांव प्रसिद्धिपुर स्थित साधन सहकारी समिति का सचिव है. इसका एक मकान दातागंज में कांसपुर मार्ग पर है. थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में इंद्रा चौक के पास गली में भी एक मकान है.

रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश का नाम
रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश का नाम था जिसके चलते मथुरा कांड के बाद पुलिस और खुफिया विभाग के अफसर राकेश को भूखे भेड़िये की तरह खोज रहे हैं, लेकिन वह फरार बताया जा रहा है. पुलिस की तरफ से अभी तक राकेश को लेकर कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है.

Advertisement

राकेश की बेटी की शादी में आया था रामवृक्ष
राकेश बाबू गुप्ता की बेटी की शादी में रामवृक्ष यादव बदायूं आया था. उसने बेटी व दामाद को आशीर्वाद भी दिया था.

राकेश कब और कैसे रामवृक्ष के संपर्क में आया इसकी कोई सटीक जानकारी तो नही है लेकिन राकेश के फेसबुक अकाउंट के अनुसार 1 जून 2014 से राकेश ने स्वाधीन भारत के साथ काम करना शुरू किया था. राकेश के फेसबुक के कवर पेज पर सुभाष चन्द्र बोस की फोटो लगी हुई है. इससे ये तो साफ है कि राकेश भी पूरी तरह से रामवृक्ष जैसा ही जुनूनी हो चुका था.

रामवृक्ष के आश्रम के कायदे कानून इतने सख्त थे कि राकेश 1 जून 2014 के बाद से कभी अपना फेसबुक पर कोई एक्टिविटी कर ही नहीं पाया. शायद उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जाती होगी. इसी के चलते राकेश ने 20 सितंबर 2014 को अपना दूसरा फेसबुक अकाउंट भी बनाया. जिसका कवर पेज जयगुरु देव की फोटो का था.

Advertisement
Advertisement