CAA-NRC आंदोलन के दौरान लखनऊ में प्रोटेस्ट को लीड करने वालीं सैयद उजमा परवीन ने यूपी पुलिस पर उन्हें झंडा वंदन न करने देने का आरोप लगाया है. उजमा का आरोप है कि उन्हें गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने जाना था, लेकिन इससे पहले पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया.
पुराने लखनऊ में रहने वालीं उजमा के मुताबिक वे झंडा फहराना चाहती थीं, लेकिन देर रात पुलिस ने उनके घर को घेरकर डेरा जमा लिया. पुलिस उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दे रही है. उजमा ने कहा कि यह सब इसलिए किया जा रहा है. क्योंकि वे एनआरसी प्रोटेस्ट में शामिल हुई थीं. तब से ही उन्हें झंडा वंदन करने नहीं दिया जा रहा है.
उजमा ने कहा कि आज 26 जनवरी को भी मुझसे झंडा फहराने का अधिकार छीना जा रहा है. यह संविधान का हनन है. क्या सीएए-एनआरसी जैसे काले कानून के खिलाफ खड़ा होना मेरे लिए सजा बन चुका है. हर 15 अगस्त 26 जनवरी के मौके पर मुझे पुलिस प्रशासन हाउस अरेस्ट कर लेता है.
पुलिस ने दी सफाई
डीसीपी पश्चिम सुमन वर्मा के मुताबिक उजमा बिना अनुमति के पब्लिक और ऐतिहासिक स्थल पर झंडा वंदन करने जा रहीं थीं. उन्होंने इसकी कोई अनुमति नहीं ली थी. इसलिए उन पर कार्रवाई की गई.