लोकसभा चुनाव में हार की हताशा से अब तक न उबर पाई समाजवादी पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बगावती सुर उठने लगे हैं. तीन दिन पहले ही लाल बत्ती से वंचित की गईं महासचिव अनुराधा चौधरी ने शुक्रवार को बागी तेवर दिखाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के लिए आजम खान को जिम्मेदार ठहराया है.
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की अध्यक्ष पद से मंगलवार को बर्खास्त हुई अनुराधा चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि पश्चिमी यूपी में आजम खान ने सपा पर कब्जा कर लिया है. उनके बेतुके बयानों से संप्रदाय विशेष के लोग सपा के खिलाफ गोलबंद हो गए और पार्टी पांच सीटों पर सिमट गई. वह सपा को खत्म करने पर आमादा हैं इसलिए मुलायम सिंह के वफादारों के खिलाफ साजिश में लगे रहते हैं. महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं. उनकी दखलंदाजी के चलते मुजफ्फरनगर दंगे में प्रशासन ने सही कार्रवाई नहीं की. मुस्लिम समाज के बीच भी उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है, वरना रामपुर में जनता उनके खिलाफ मतदान न करती.
दूसरी ओर पार्टी कार्यालय में मुलायम सिंह की बैठक में विधायक अनिल वर्मा ने आरोप लगाया कि हरदोई और मिश्रिख में राज्य सभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी को निजी सम्पत्ति बना लिया है. वह पार्टी के प्रत्याशियों को हराने में जुटे रहे. अनिल ने कहा कि चुनाव के दौरान नरेश अग्रवाल ने क्षेत्र के ब्राह्मण नेता अशोक वाजपेयी के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहीं जिससे ब्राह्मण मतदाता सपा से नाराज हो गया.