लखीमपुर में किसानों की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश जा रहे पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा और कांग्रेसी विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. ये लोग लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करने जा रहे थे. पुलिस ने पंजाब के डिप्टी सीएम को उत्तरप्रदेश के जिला सहारनपुर में शाहजहांपुर बॉर्डर के पास रोका. इसके बाद सुखजिंदर रंधावा और कांग्रेसी विधायक धरने पर बैठ गए.
सुखजिंदर रंधावा के साथ कांग्रेसी नेता कुलजीत नागरा और अन्य नेता भी मौजूद थे. पुलिस ने लखीमपुर जाते वक्त सभी को हिरासत में ले लिया. इसके बाद सभी नेताओं को शाहजहांपुर में पुलिस चौकी में लाया गया. यहीं डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा और कुलजीत नागरा समेत नेता धरने पर बैठ गए.
ਉਪ ਮੁੱਖਮੰਤਰੀ ਸ.ਸੁਖਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਰੰਧਾਵਾ ਜੀ ਨੂੰ ਪਹਿਲਾ ਪੁਲਿਸ ਵੱਲੋ UP ਬਾਰਡਰ ਉੱਤੇ ਰੋਕਿਆ ਗਿਆ ਅਤੇ ਉਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਹਿਰਾਸਤ ਵਿੱਚ ਲਿਆ ਗਿਆ। ਮੁਜ਼ਰਿਮ ਪਿਤਾ ਪੁੱਤਰ ਦੀ ਗਿਰਫਤਾਰੀ ਦੀ ਥਾਂ ਸ਼ਾਂਤੀ ਨਾਲ ਇਨਸਾਫ਼ ਦੀ ਮੰਗ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆ ਨੂੰ ਗਿਰਫ਼ਤਾਰ ਕਰਕੇ ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਸ਼ਰੇਆਮ ਧੱਕਾ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ। @CHARANJITCHANNI pic.twitter.com/cnGXyHPOJE
— Sukhjinder Singh Randhawa (@Sukhjinder_INC) October 4, 2021
सिद्धू ने चंडीगढ़ में दी गिरफ्तारी
पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता नवजोत सिंह सिद्धू को चंडीगढ़ में हिरासत में ले लिया गया है. वे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की कथित हत्या और फिर फैली हिंसा के मामले में प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि केंद्र सरकार के अत्याचारों के खिलाफ वे अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं. उन्होंने किसानों के समर्थन की बात करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या की गई. हम किसानों के हक के लिए आखिरी सांस तक उनका साथ देंगे.
क्या हुआ लखीमपुर में?
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी. हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री के बेटे और कई अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत कई जगहों पर विपक्षी दल योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इनकी मांग केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार करने की है.