उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में वोटों की गिनती पूरी हो गई है. राज्य में योगी सरकार के गठन के बाद पहली बार निकाय चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, ऐसे में यह चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ की अग्निपरीक्षा माना जा रहे हैं. कांग्रेस का गढ़ रायबरेली ने इस बार इतिहास रचते हुए 27 साल में पहली बार बार किसी महिला को नगर पालिका अध्यक्ष चुना है. कांग्रेस की पूर्णिमा श्रीवास्तव ने यहां जीत दर्ज की है.
खास बात यही भी है कि महिला सांसद, महिला विधायक के बाद यह पहला मौका होगा जब नगर पालिया अध्यक्ष भी कोई महिला है. रायबरेली से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद है जबकि कांग्रेस के बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह यहां से विधायक चुनी गईं हैं. इस बार जिले की तीसरी बड़ी राजनीतिक कुर्सी पर कांग्रेस की पूर्णिमा ने सपा को हराकर जीत दर्ज की है. यह सीट महिला प्रत्याशी के लिए आरक्षित है.
सोनिया गांधी की सीट
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी साल 2004 से लगातार रायबरेली से सांसद हैं और खास बात यह है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लहर के बीच भी सोनिया रायबरेली से सांसद चुनकर आईं हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस की अदिति सिंह को जीत मिली है. अदिति विदेश से मैनेजमेंट की पढ़ाई करके 29 साल की उम्र में चुनावी समर में कूदी हैं.
नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी से सोनिया रस्तोगी, कांग्रेस से पूर्णिमा श्रीवास्तव, सपा से नसरीन बानो, बसपा से रीना, जन अधिकार पार्टी से पूनम किन्नर मैदान में थी. जिले में तीसरे और आखिरी चरण में मतदान हुआ था.
यहां पहली बार 1988 में निकाय चुनाव हुआ था और शुरूवात में यह सीट कांग्रेस के पास ही रही लेकिन साल 2000 में यहां से बीजेपी के मनोज पांडे को जीत मिली. हालांकि 2006 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के राघवेंद्र सिंह को जीत मिली. निवर्तमान में बसपा प्रत्याशी मोहम्मद इलियास यहां से नगर पालिका अध्यक्ष हैं.