उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बुधवार सुबह बड़ा रेल हादसा हुआ. रायबरेली के पास हरचंदपुर में न्यू फरक्का एक्सप्रेस की कुल 9 बोगियां पटरी से उतर गई. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. जबकि साढ़े तीन साल पहले भी इसी रूट पर और इसी स्टेशन के करीब बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था.
बता दें कि 20 मार्च 2015 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस रायबरेली के बछरावां रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जनता एक्सप्रेस (14266) सुबह करीब 9 बजकर 30 मिनट पर पटरी से उतर थी. रेलगाड़ी का इंजन और दो डिब्बे पटरी से उतरने के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे.
नवंबर, 2017 में भी UP के चित्रकूट के पास मानिकपुर में वास्को डि गामा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस घटना में ट्रेन के 13 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, जबकि 3 लोगों की मौत हुई थी.
सितंबर, 2017 महीने में यूपी के सोनभद्र जिले में एक और रेल हादसा हुआ था. शक्तिपुंज एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. ट्रेन हावड़ा से जबलपुर जा रही थी.
अगस्त, 2017 में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई थी. ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए. इस हादसे में 23 लोगों की मौत हुई थी.
खतौली रेल हादसे के होने के 5 दिन के अंदर कानपुर और इटावा के बीच औरैया जिले में एक और हादसा हुआ था. दुर्घटना की वजह से ट्रेन के इंजन सहित 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
यूपी के महोबा में 30 मार्च, 2017 को महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी, 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
25 जुलाई 2016 को भदोही इलाके में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन टकरा गई, जिसमें 10 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है. इस वैन में 19 बच्चे सवार थे.
25 मई 2015 को कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी. इस हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे.
पिछले कुछ समय में हुए इन बड़े हादसों के अलावा कई घटनाएं ऐसी भी थीं, जहां पर पटरियों के टूटने की खबर थी. हालांकि, कोई हादसा नहीं हुआ था.