यूपी में किसान यात्रा पर निकले राहुल पिछले दो दिनों से यादव परिवार के गढ़ में गए, तो निशाने पर सिर्फ मोदी और उनकी सरकार रही. फीरोजाबाद में घुसने के बाद राहुल के तेवर बदले-बदले से रहे. अखिलेश की साइकिल को पंचर बताने वाले राहुल इस इलाके में सिर्फ मोदी सरकार पर ही हमलावर दिखे. 15 लाख अकाउंट में आने की बात हो या हर साल 2 करोड़ रोजगार की बात, राहुल के निशाने पर मोदी ही रहे.
जब मुलायम के गढ़ मैनपुरी पहुंचे राहुल
राहुल नए अंदाज में नौजवानों और दुकानदारों से नाम पूछकर भाषण देते दिखे. उन्होंने सीधे कहा, 'हमने किसान का कर्च माफ किया और हम मनरेगा लाए, जिससे खरीद-फरोख्त की ताकत बढ़ी और व्यापार को फायदा मिला, लेकिन मोदी सरकार ने 1 लाख 10 हजार करोड़ कर्ज बड़े उद्योगपतियों का माफ किया. चुटकी लेते हुए राहुल बोले, 'वो बड़े लोग आपकी दुकान पर सिगरेट या कोल्ड ड्रिंक लेने नहीं आते, वो तो विदेशी कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, उससे आपको क्या फायदा.'
तभी आई आवाज, सपा पर तो कुछ बोलिए
मोदी पर राहुल के हमले के बाद मैनपुरी में जनता ने समाजवादी पार्टी पर राहुल से अपनी राय रखने को कहा. तब राहुल ने हाथी और उसकी मालकिन मायावती को आम जनता की योजनाओं का पैसा खाने वाला करार देने के बाद मजबूरन समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया, लेकिन अखिलेश की नीयत पर सवाल उठाने से बचते दिखे. राहुल बोले, 'खुशी हुई 2012 में जब युवा सीएम बने, वो बेचारे साइकिल पर पैडल मारते रहे, लेकिन साइकिल स्टैंड पर खड़ी रही, आगे नहीं बढ़ी.'
क्या राहुल देख रहे हैं भविष्य?
शायद राहुल जानते हैं कि भविष्य की सियासत में उम्र के लिहाज से अखिलेश से रिश्ते ठीक रखें जाएं और वैसे भी राहुल की पहली कोशिश बीजेपी को रोकने की है. इसीलिए शायद राहुल का यादव परिवार के गढ़ में ये अंदाज-ए-राहुल सामने आया.