कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. यहां वे उन बच्चों के परिजनों से मिले, जिनकी बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई थी. राहुल गांधी के साथ गोरखपुर पहुंचे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सीएम योगी के यहां से 5 बार सांसद होने के बावजूद उन्होंने अस्पताल के लिए कुछ नहीं किया.
Congress VP Rahul Gandhi reaches Gorakhpur ... pic.twitter.com/f8u3Gzb3hU
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) 19 August 2017
कवरअप करने की कोशिश न हो
गोरखपुर विवाद पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह सरकार की ट्रेजडी है. इस मामले में सरकार को एक्शन लेना चाहिए और कवर अप करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. राहुल ने कहा कि वह पहले भी इस अस्पताल में आए थे और पीएम नरेंद्र मोदी से कहा था कि इस अस्पताल में पैसे की जरूरत है. बहुत कमियां हैं, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. यह बिल्कुल क्लियर है कि ऑक्सीजन की कमी और लावरवाही की वजह से हादसा हुआ है. यह सिर्फ यूपी का मामला नहीं है बल्कि नैशनल ट्रेजडी है. मोदी जी न्यू इंडिया की बात करते हैं, लेकिन ऐसा न्यू इंडिया हमें नहीं चाहिए. हमें वह इंडिया चाहिए जहां अस्पताल चले, जिसमें गरीब लोग अपने बच्चों को जब अस्पताल में ले जाएं तो वह खुशी से लौटे.
पीड़ित परिवार से मिलने गए
राहुल गांधी दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन से करीब 11 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उसके बाद एयरपोर्ट से बागाघाटा गांव गए, जहां उन्होंने ब्रह्मदेव यादव से मुलाकात की. ब्रह्मदेव यादव के 2 बच्चों की मौत बीआरडी कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई थी. ब्रह्मदेव यादव की शादी के 8 साल बाद 2 जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ था, लेकिन दोनों की मौत इलाज के दौरान हो गई. ब्रह्मदेव यादव ने बताया कि कैसे इलाज वाली रात अस्पताल में ऑक्सीजन का लेवल बहुत डाउन हो गया था. बार-बार गैस भी बंद हो रही थी, जिसकी शिकायत डॉक्टरों से करने पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया और ब्रह्मदेव यादव के साथ अभद्रता भी की. उन्हें चुपचाप दोनों बच्चों की लाश के साथ भेज दिया गया. यह सारी बातें ब्रह्मदेव यादव ने राहुल गांधी को भी बताई. उस दौरान तीन और पीड़ित परिवार राहुल गांधी से मिलने आए, जिन्हें राहुल गांधी ने मदद का भरोसा दिया और सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए.
Rahul Gandhi not to visit BRD hospital #Gorakhpur to avoid the inconvenience that might be caused to patients there.. pic.twitter.com/DIFu8i0ukb
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राहुल ने परिवार वालों से कहा कि यह सरकार गरीबों का साथ नहीं दे रही है और जो लापरवाही हुई है उसे कांग्रेस पार्टी उसके खिलाफ आवाज उठाएगी. इसके बाद राहुल गांधी पास के गांव मलाव गए मलाव के बाद बसोली खुर्द और खुटोना गांव मे पीड़ित परिवार के लोगों से मिले.
मलांव में परिवार के साथ बात करते Rahul Gandhi ... #Gorakhpur pic.twitter.com/TMsufVq4tg
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इससे पहले जब ये घटना सामने आई थी, तब कांग्रेस का एक डेलीगेशन दिल्ली से गोरखपुर गया था. जिसमें वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आरपीएन सिंह और राज बब्बर शामिल थे. कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए सीधे तौर पर योगी आदित्यनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा किया था.
वहीं राहुल गांधी के गोरखपुर दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर को पिकनिक स्पॉट ना बनने दें. दिल्ली में बैठा कोई युवराज और लखनऊ में बैठा कोई युवराज इस दर्द को नहीं समझ सकता. हम पूर्वी उत्तर प्रदेश को पिकनिक स्पॉट बनाने की इजाजत नहीं दे सकते. स्वच्छ और सुंदर यूपी बनाने की जरूरत है. 10-15 साल मे पिछली सरकार ने भ्रष्टाचार को संस्थागत किया.
कांग्रेस ने लखनऊ में किया था प्रदर्शन
कांग्रेस ने बच्चों की मौत के मामले को व्यापक स्तर पर उठाया है. घटना के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ की सड़कों पर बैठकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इस घटना पर अभी चर्चा चल ही रही है कि राहुल गांधी का गोरखपुर जाना मामले को और राजनीतिक हवा देने का काम कर सकता है. हालांकि, दूसरी तरफ घटना पर गोरखपुर के डीएम ने जांच रिपोर्ट दी है, उसमें उन्होंने बच्चों की मौत के लिए बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल और दूसरे डॉक्टर्स को जिम्मेदार ठहराया है.
बता दें कि बीआरडी अस्तपाल में इंसेफेलाइटिस से पीड़ित बच्चों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई थी. 11 अगस्त को करीब 30 बच्चों की मौत की सूचना सामने आई थी, जिसके बाद हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता गया और करीब 70 बच्चों की मौत हो गई. हालांकि, सरकार लगातार ये दावा करती रही कि ऑक्सीजन की कमी के चलते बच्चों की मौत नहीं हुई.