यूपी के देवरिया से अपनी किसान यात्रा की शुरुआत कर करीब 2500 किलोमीटर का सफ़र राहुल गांधी तय कर चुके हैं. लेकिन जब वो शाहजहाँपुर के मोहम्मदी विधानसभा से निकलकर पुवायां विधानसभा पहुंचे तो उनका कार्यक्रम खासा लेट हो चुका था. दरअसल, बीच की दूरी तो महज 20 किलोमीटर की थी, लेकिन तय करने में लग गया डेढ़ घंटे का वक़्त, क्योंकि सड़क इतनी ख़राब थी कि, गड्ढों में सड़क वाला जुमला याद आ जाए.
गाड़ियों के काफिले का धूल से बुरा हाल था. सबसे बुरा हाल तो मीडिया वालों का था जो राहुल की गाड़ी के आगे खुले ट्रक में सफ़र कर रहे थे. एक तो गड्ढों के चलते तेजी से मचलता और हलचल करता ट्रक और ऊपर से धूल का ग़ुबार. पुवायां पहुंचते ही राहुल ने अखिलेश यादव को टूटी सड़क की याद दिलाई.
मोहम्मदी से खाट सभा के लिए पुवांया पहुंचे राहुल ने देरी के लिए सबसे पहले ख़राब सड़क को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि, अखिलेश जी मैं अपनी किसान यात्रा के दौरान यूपी के देवरिया से अब तक 2500 किलोमीटर चल चुका हूं, लेकिन इससे ख़राब सड़क मुझे कहीं नहीं मिली. आपसे कहता हूं कि, इस पर ध्यान दीजिये. मौका देख पूर्व सड़क परिवहन राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने भी चौका मारने की कोशिश और कहा कि अपने वक़्त में हमने इस रास्ते पर चार लेन का हाईवे बनाने को मंजूरी दे दी थी, लेकिन हमारी सरकार जाने के बाद उसका काम ढाई साल बाद भी शुरू नहीं हुआ. कुल मिलाकर यूपी की सियासत में कांग्रेस की वापसी की खातिर सड़क पर उतरे राहुल सड़क पर भी सियासत करने से नहीं चूके.