कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए कहा है कि इसकी कथनी और करनी में फर्क है.
अब मोदी सरकार चाहे कितने ही मोर्चों पर लड़ ले, पर महंगाई के मसले पर सरकार की नाकामी जाहिर हो चुकी है. यही वजह है कि विपक्ष के हमले भी तेज हो गए हैं.
दरअसल, नरेंद्र मोदी ने वादा तो किया 'अच्छे' दिनों का, पर तोहफा दिया 'महंगे' दिनों का. दाल, चावल, दूध-फल तो महंगे थे ही, अब सब्जियां भी खूब महंगी हो गई हैं. टमाटर तो देश के अलग-अलग शहरों में 60-70 रुपये से लेकर 80 रुपये तक बिक रहा है. ऐसे में मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा तो बढ़ना ही था.
अच्छा मौका देखकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा, 'मोदी सरकार की कथनी-करनी में अंतर है.'
राहुल गांधी ने सवाल उठाए कि महंगाई कम करने के जो वादे किए गए थे, उन वादों का क्या हुआ.
राहुल गांधी अमेठी पहुंचे थे. मोदी सरकार पर हमले के बाद उनका मन शांत हुआ, तो उन्होंने महाराष्ट्र सदन में रोटी ठूंसने के कांड पर कहा, 'आरएसएस-बीजेपी की ऐसी ही विचारधारा है.'
हालांकि इस कांड से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है. बीजेपी के सहयोगी शिवसेना के सांसद राजन विचारे ने महाराष्ट्र सदन में आईआरसीटीसी सुपरवाइजर के साथ हेकड़ी दिखाई थी.
जब देश की उम्मीदें टूटी हैं, तो हमले होंगे ही. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या विपक्ष के हमलों का जवाब मोदी सरकार 'अच्छे दिन' लाकर दे पाएगी?