समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अखिलेश सरकार की लैपटाप वितरण योजना की कामयाबी से परेशान होकर असुरक्षा की भावना से ग्रस्त हो गये हैं. आजम ने संवाददाताओं से कहा, ‘राहुल उत्तर प्रदेश में असुरक्षित महसूस कर रहे है. हमारी लैपटाप योजना उन्हें परेशान कर रही है.’ राहुल के इस आरोप पर कि मुजफ्फरनगर दंगों के पीछे राजनीतिक ताकतों का हाथ है, सपा नेता ने कहा कि उनका बयान दुरुस्त है.
आजम ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने ठीक ही कहा है कि मुजफ्फरनगर दंगों के पीछे राजनीतिक ताकतों का हाथ है. कांग्रेस का तो दंगे करवाने का इतिहास रहा है. 1992 में बाबरी ढ़ाचा विध्वंस आरएसएस और केंद्र में सत्तारुढ़ रही तत्कालीन कांग्रेस सरकार की ही कारस्तानी थी, जिसमें वहां मंदिर बनाने के लिए दो-तीन दिन की मोहलत दे दी थी.’
राहुल की रामपुर रैली और उसमें आयी भीड़ के बारे में सवाल होने पर वहां से विधायक आजम ने कहा कि राहुल को रामपुर के उन नवाबों को मंच पर साथ बैठाने के लिए वहां की जनता से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने फरमान जारी किया था कि कोई भी व्यक्ति आठवीं कक्षा से अधिक पढ़ाई नहीं कर सकता.
कांग्रेस उपाध्यक्ष द्वारा रामपुर में कारखानों के बंद होने की बात कहे जाने के संदर्भ में सवाल पर आजम ने कहा कि उन्हें अपनी जानकारी दुरुस्त कर लेनी चाहिए, रामपुर में कोई कारखाना नहीं है, जो बंद हो. उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘रामपुर में कारखाना है ही नहीं जो बंद हो. कारखाने तो रायबरेली की किस्मत में हैं, रामपुर वालों की किस्मत में नहीं हैं. जहां तक आरा मशीनों के बंद होने की बात है तो वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बंद हैं.’