यूपी में लोकसभा उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए पूर्व सपा नेता अमर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. अमर सिंह ने कहा कि जिनके पिता को बसपा सुप्रीमो मायावती जेल भेजना चाहती थीं वो उनके साथ गठबंधन करने वाला कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा है कि अगर मायावती राज्यसभा के लिए नहीं जीत पाती हैं, तो अखिलेश को जूते मारेंगी.
बता दें कि बसपा सुप्रीमो ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का अप्रत्यक्ष समर्थन किया है. दोनों सीटों पर वोटिंग से कुछ दिन पहले लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मायावती ने कहा था कि लोकसभा उपचुनाव में बसपा का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है. लिहाजा बीजेपी को हराने के लिए पार्टी ने सबसे समक्ष उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है, जो बीजेपी को हरा सकता है.
हालांकि मायावती ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने ये कदम विपक्ष के साथ 'एक हाथ लें और दूसरे हाथ दें' के तहत किया है. इसके तहत यूपी में सपा और कांग्रेस सहित तमाम दलों को बसपा के राज्यसभा उम्मीदवार का समर्थन करना होगा. वहीं, मध्य प्रदेश के चुनावों में बसपा कांग्रेस का समर्थन करेगी.
मंगलवार को लखनऊ पहुंचे अमर सिंह सपा-बसपा के इसी तालमेल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
कभी मुलायम सिंह के बेहद करीबी रहे अमर सिंह ने सपा की राज्यसभा उम्मीदवार जया बच्चन पर की गई बीजेपी नेता नरेश अग्रवाल की टिप्पणी पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मैं जया बच्चन को बिल्कुल पसंद नहीं करता, लेकिन उनका जो अपमान किया गया है, वो गलत है. नाचने वाला कहना तो नटराज शिव का भी अपमान है.
अमर सिंह ने कहा कि नरेश अग्रवाल मणिशंकर की तरह बड़ा बनना चाहते हैं. तेली और चायवाला कहने वाले लोग बीजेपी में जा रहे हैं. ये मोदीजी का दिल बड़ा है, जो वो सब भुला देते हैं. जब उन्होंने स्मृति ईरानी को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया, जिन्होंने गुजरात कांड में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया, तो नरेश अग्रवाल भी खप जाएंगे. बशर्ते वो ठीक से रहें.
मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने के सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि जब बड़े-बड़े विरोधियों को मोदी ने शामिल कर लिया तो शिवपाल भी आ जाएं तो क्या बड़ी बात होगी. अपने बारे में अमर सिंह ने कहा कि मुझे हमेशा इस्तेमाल किया गया.