देश के 16 राज्यों की 58 राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है. इसमें उत्तर प्रदेश की 10 सीटें भी शामिल हैं. बीएसपी के एकलौते उम्मदीवार भीमराव अंबेडकर को जिताने के लिए जहां विपक्ष एकजुट हुआ है, तो वहीं बीजेपी ने 9वें उम्मीदवार के तौर पर अनिल अग्रवाल को उतारकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है. ऐसे में सूबे में एक सीट के लिए चुनाव होना अनिवार्य हो गया है.
बीजेपी ने 9वें उम्मीदवार के तौर पर गाजियाबाद के शैक्षणिक व्यवसायी अनिल अग्रवाल को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि पार्टी के पास 8 उम्मीदवार जिताने के बाद 28 वोट अतिरिक्त हो रहे हैं. ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ मिलाकर हमारे 9वें उम्मीदवार की जीत तय है.
बता दें कि राज्यसभा चुनाव के बहाने प्रदेश में विपक्ष एकजुट हुआ है. बसपा अकेले अपने 19 विधायकों के दम पर राज्यसभा चुनाव नहीं जीत सकती. ऐसे में सपा, कांग्रेस और रालोद ने उसे समर्थन का ऐलान कर दिया है. इसके बाद बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के राज्यसभा पहुंचने की राह में बीजेपी के 9वें उम्मीदवार ने रोड़ा अटका दिया है.
8 बीजेपी, एक सपा और एक सीट पर मुकाबला
यूपी विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है, जिनमें 402 विधायक 10 राज्यसभा सीटों के लिए वोट करेंगे. राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 37 विधायकों का समर्थन चाहिए. इस आंकड़े के मुताबिक बीजेपी गठबंधन के खाते में 8 और 47 विधायकों वाली सपा के खाते में एक सीट तय है.
10वीं और आखिरी सीट के लिए सपा के 10 अतिरिक्त वोट, बीएसपी के 19, कांग्रेस के 7 और 3 अन्य के साथ मिलकर एक उम्मीदवार को जिता सकते हैं. बीजेपी ने अभी तक 8 उम्मीदवारों का ऐलान किया है, जिनकी जीत पक्की है. जबकि विपक्ष की ओर से सपा ने जया बच्चन को उम्मीदवार बनाया है, उनकी भी जीत तय है.
बीजेपी ने अनिल अग्रवाल को आखिरी दिन राज्यसभा के लिए उतारकर बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर के सामने दिक्कत खड़ी कर दी है. सपा, कांग्रेस और आरएलडी के समर्थन के बाद अब उनकी भी जीत तय मानी जा रही थी. लेकिन अब चुनाव होने है. माना जा रहा है कि बीजेपी अपने 9वें उम्मीदवार के लिए निर्दलीय विधायकों को साथ लाकर विपक्ष की एकजुटता को फेल करने रणनीति बनाई है.
राज्यसभा का गणित
राज्यसभा चुनाव के लिए एक तय फॉर्मूला है, खाली सीटों में एक जोड़ से विधानसभा की कुल सदस्य संख्या से भाग देना. निष्कर्ष में भी एक जोड़ने पर जो संख्या आती है. उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के जरूरी होता है. अगर यूपी का उदाहरण लिया जाए तो 10 सीटों में 1 जोड़ा जाए तो योग हुआ 11. अब 403 को 11 से भाग देते हैं तो आता है 36.63. इसमें 1 जोड़ा जाए तो योग होता है 37.63. यानी यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 38 विधायकों का समर्थन चाहिए. हालांकि चूंकि एक विधायक का निधन हो चुका है इसलिए यहां 37 विधायकों के समर्थन से ही राज्यसभा उम्मीदवार की जीत तय हो जाएगी.