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मोदी के PM बनने के बाद ही जागी थी भव्य राममंदिर की उम्मीद: राम विलास वेदांती

भगवान राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे. भूमि पूजन से एक दिन पहले आजतक ने विशेष 'धर्म संसद' कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस दौरान रामविलास वेदांती ने कहा कि नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही राम मंदिर निर्माण के सपने की उम्मीद जागी है.

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राम विलास वेदांती
राम विलास वेदांती

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भगवान राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे. भूमि पूजन से एक दिन पहले आजतक ने विशेष 'धर्म संसद' कार्यक्रम का आयोजन किया है. धर्म संसद के- हम लाए हैं 'आंदोलन' से 'मंदिर' निकाल के सत्र में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे आचार्य धर्मेंद्र और राम विलास वेदांती शामिल हुए. राममंदिर आंदोलन के दोनों नेताओं ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया.

राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने कहा कि यह अयोध्यावासियों के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए बड़ा अवसर है. हम सब लोगों ने मिलकर जो लड़ाई लड़ी थी और इसका रिजल्ट क्या था किसी को पता नहीं था, लेकिन 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो हम लोगों को लगा कि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनेगा.

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उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर का आंदोलन आजादी के बाद किसी मंदिर के लिए सबसे लंबी लड़ाई वाला आंदोलन रहा है. अशोक सिंघल से लेकर महंत अवैद्यनाथ और रामचंद्र परमहंस ने राममंदिर का जो सपना देखा, उसे पीएम मोदी ने साकार करके दिखाया. पिछले 70 साल में देश में जो नहीं हो सका उसे नरेंद्र मोदी ने करने का काम किया है. अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर अशोक सिंघल सहित तमाम महापुरुषों ने भविष्यवाणी की थी कि एक नेता आएगा जो राम मंदिर के सपने को सकार करके दिखाएगा.

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अटल बिहारी वाजपेयी के संस्मरण को याद करते हुए रामविलास वेदांती ने कहा कि रामचंद्र परमहंस के निधन पर वाजपेयी ने सरयू के तट पर कहा था कि मैं पीएम रहूं या न रहूं, लेकिन हमारी पार्टी का एक व्यक्ति आएगा और राममंदिर के सपने को साकार करेगा. अटल बिहारी वाजपेयी की भविष्यवाणी 2014 में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बात सत्य हुई. वेदांती ने सोमनाथ मंदिर के बहाने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर के निर्माण के दौरान नेहरू ने राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को वहां जाने से रोका था. इतना ही नहीं नेहरू कई बार फैजाबाद आए, पर रामलला के दर्शन नहीं किए.

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वेदांती ने कहा कि मैंने 2019 में मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद यहीं पर सभी संतों के बीच कहा था कि अब देश से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए भी खत्म होगा. पीएम मोदी ने सरकार बनने के कुछ दिनों के बाद ही देश से 370 को खत्म किया. राममंदिर के सपने को भी साकार करेंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी मंदिर निर्माण रोकने के लेकर याचिका दाखिल करते रहें लेकिन मंदिर यहां पर बनकर रहेगा. कांग्रेस को निशाने पर लेते वेदांती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद दुनियाभर के मुस्लिम देशों ने इसका स्वागत किया था, लेकिन कांग्रेस ने कोई स्वागत नहीं किया.

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रामविलास वेदांती ने अशोक सिंघल के राममंदिर के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि वह जब बीमार थे तो उनसे मिलने दिल्ली अस्पताल गया था. इस दौरान अशोक सिंघल ने कहा था कि वेदांती चिंता मत कीजिए, राम मंदिर आंदोलन की आपकी मेहनत खराब नहीं जाएगी. इसके कुछ ही दिनों के बाद अशोक सिंघल का निधन हो गया था, उनकी चिता जलती रही और हम रात डेढ़ बजे तक वहां बैठे रहे. सिंघल के निधन के बाद ऐसा लगा था कि अब राममंदिर का सपना कैसे साकार होगा, लेकिन नरेंद्र मोदी ने उन अरमानों को मिटने नहीं दिया बल्कि साकार करके दिखाया.

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