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अयोध्या: जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे हैं, वो सलाह ना दें, जमीन विवाद पर बोले केशव मौर्य

आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से लगातार इस मामले में आरोप लगाए जा रहे थे, अब भारतीय जनता पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य की ओर से सभी आरोपों को जवाब दिया गया है. 

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उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फोटो: Twitter Profile)
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फोटो: Twitter Profile)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राम मंदिर जमीन विवाद पर केशव मौर्य का बयान
  • अगर गड़बड़ हुई है तो एक्शन लिया जाएगा: डिप्टी सीएम

अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ी ज़मीन की खरीदारी में घपलेबाजी के आरोप का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से लगातार इस मामले में आरोप लगाए जा रहे थे, अब भारतीय जनता पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य की ओर से सभी आरोपों को जवाब दिया गया है. 

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे हैं, वो सलाह ना दें. अगर कोई आरोप लगा है, तो उसकी जांच होगी. अगर किसी ने गड़बड़ की है, तो उसपर एक्शन लिया जाएगा. राम मंदिर का निर्माण लगातार जारी है, बाहरी लोग सलाहकार ना बनें. 

डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी आरोप लगे हैं, अब जांच होगी और अगर कोई दोषी है तो एक्शन लिया जाएगा. आपको बता दें कि बीते दिन से सामने आए जमीन खरीदारी विवाद के मामले में यूपी सरकार या बीजेपी के किसी बड़े नेता की ओर से ये पहला रिएक्शन सामने आया है. 

प्रियंका गांधी ने भी उठाए गंभीर सवाल 
समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी इस मसले को उठाया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को इस मसले पर ट्वीट किया. प्रियंका ने लिखा कि करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया. उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है.

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बता दें कि रविवार को सबसे पहले सपा और AAP ने ही इस मसले को सामने रखा था. आरोप लगाया गया है कि राम मंदिर के लिए एक जमीन को साढ़े 18 करोड़ रुपये में खरीदा गया है, जबकि दस मिनट पहले ही उसकी रजिस्ट्री 2 करोड़ रुपये की कीमत के आधार पर हुई थी. विपक्ष ने इन्हीं करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है. 

हालांकि, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि ये आरोप निराधार हैं और राजनीति से प्रेरित हैं. ट्रस्ट के अलावा अयोध्या के मेयर ने भी इन आरोपों को गलत बताया है. 

 

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