राम मंदिर के लिए धन संग्रह अभियान चल रहा है. धन संग्रह के लिए यूपीआई और बार कोड का भी सहारा लिया गया, लेकिन राम मंदिर के लिए धन संग्रह अभियान भी फ्रॉड का शिकार हो गया है. फ्रॉड को देखते हुए ट्रस्ट ने यूपीआई और बार कोड के जरिए धन संग्रह बंद करने का निर्णय लिया है. यह जानकारी ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी. चंपत राय शुक्रवार को वाराणसी में थे.
चंपत राय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब तक राम मंदिर के लिए 1500 करोड़ रुपये का संग्रह कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि यूपीआई और बारकोड में फर्जीवाड़ा पाए जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया है. बैंकों ने भी स्वीकार कर लिया है कि गड़बड़ हो सकती है. किसी तरह की कोई गड़बड़ी न होने पाए, इसका ध्यान रखते हुए ही यूपीआई और बार कोड के जरिए धन संग्रह बंद कराने का निर्णय लिया गया. किसी न किसी ने गड़बड़ की जरूर है, जिसकी वजह से अकाउंट के जानकारों ने भी इसे बंद कराने को कहा है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई के सवाल पर राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता चंपत राय सरकार के साथ खड़े नजर आए. उन्होंने कहा कि देश का अर्थशास्त्र, देश की विदेश नीति, सुरक्षा नीति इन सबको लेकर सरकार के साथ हूं. 70 साल बाद ऐसे लोग सत्ता में आए हैं, जिनकी निष्ठा में कोई संदेह नहीं है. जिनको संदेह है, वे अखाड़े में जाकर आजमा लें.
चंपत राय ने विपक्षियों की ओर से चंदाजीवी वाले बयान और चंदे के रुपये से शराब पी जाने के सवाल पर कहा कि ऐसे लोगों को प्रणाम करता हूं. भगवान उनका भला करें. ऐसा बोलने वाले नीचे जा रहे हैं. समाज ऐसे लोगों को त्याग रहा है और त्याग भी देगा. राम मंदिर के लिए दान में आ रही चांदी की ईंट को लेकर उन्होंने कहा कि पूरी चांदी बैंक के लॉकर में रखी है. चांदी की जरूरत अभी नहीं है. चंपत राय ने अब चांदी न देने की अपील करते हुए कहा अभी जरूरत नहीं है, जब होगी तो हम मांग लेंगे.
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विश्वनाथ मंदिर से जुड़े मामले में कोई दखल नहीं देगा. चंपत राय ने कहा कि ट्रस्ट दुनिया की समस्या हल करने के लिए नहीं, केवल राम जन्मभूमि के लिए है. समस्याओं को हल करने के लिए समाज है.
बंगाल को लेकर क्या बोले
पश्चिम बंगाल में चुनावी साल में जय श्रीराम के नारे को लेकर घमासान मचा है. जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की हत्या के दावे भी सियासी गलियारों में हो रहे हैं. इन सबसे इतर चंपत राय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को किसी तरह की कोई समस्या नहीं हो रही. खुद भी तीन दिन में 10 बैठकें कर के आया हूं. हमें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जय श्री राम का नारा लगाने के कारण हत्या हो रही, ऐसा कहना ठीक नहीं है. हत्या के कई कारण होते हैं. स्थानी मुद्दों के कारण ऐसा होता है. इसे राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय बनाना ठीक नहीं.