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24 साल पुराने चुनावी हिंसा मामले में सपा विधायक रमाकांत यादव का कोर्ट के सामने सरेंडर

24 साल पहले 17 फरवरी 1998 में लोकसभा चुनाव के दौरान रमाकांत यादव की बसपा प्रत्याशी अहमद डंपी के साथ झगड़ा हो गया था. वो झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों तरफ से समर्थकों ने गोली चला दी और माहौल तनावपूर्ण बन गया.

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रमाकांत यादव ने किया सरेंडर
रमाकांत यादव ने किया सरेंडर

सपा विधायक रमाकांत यादव ने MP-MLA कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया है. 24 साल पुराने चुनावी हिंसा मामले में उनकी तरफ से ये सरेंडर किया गया है. कोर्ट ने उन्हें दो हफ्तों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस समय रमाकांत फूलपुर पवई सीट से विधायक हैं.

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24 साल पहले 17 फरवरी 1998 में लोकसभा चुनाव के दौरान रमाकांत यादव की बसपा प्रत्याशी अहमद डंपी के साथ झगड़ा हो गया था. वो झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों तरफ से समर्थकों ने गोली चला दी और माहौल तनावपूर्ण बन गया. पुलिस ने तब दोनों रमाकांत यादव और अहमद डंपी के खिलाफ केस दर्ज किया था. उनके समर्थकों के खिलाफ भी एक्शन हुआ. वहीं अक्टूबर 1998 में जब मामले की पूरी जांच कर ली गई, तब दर्ज चार्जशीट में रमाकांत और अकबर अहमद डंपी के अलावा 79 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.

अब इतने पुराने मामले में पिछले साल हाई कोर्ट ने रमाकांत यादव और दूसरे आरोपियों को सरेंडर करने लिए कहा था. लेकिन विधानसभा चुनाव की वजह से रमाकांत यादव ने तब सरेंडर नहीं किया और MP-MLA कोर्ट को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करना पड़ा. लेकिन अब सोमवार को रमाकांत यादव ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया और उन्हें दो हफ्तों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वैसे इससे पहले 6 साल पुराने एक और मामले में रमाकांत यादव द्वारा सरेंडर किया गया था. उन पर सड़क ब्लॉक करने का आरोप था. उस मामले में भी पुलिस ने उन पर केस दर्ज किया था. अभी तक समाजवादी पार्टी या फिर अखिलेश यादव की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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