सपा से निष्कासन पर रामगोपाल यादव ने दुख जताने की बजाए नाम लिए बगैर शिवपाल पर जमकर निशाना साधा और खुद पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया. रामगोपाल यादव ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलाल अखिलेश को हराना चाहते हैं, लेकिन वे इस धर्म युद्ध में अखिलेश के साथ हैं और अखिलेश के दूसरी बार सीएम बनने तक साथ रहेंगे.
राम गोपाल यादव ने कहा, 'मुलायम सिंह यादव मेरे गुरु हैं और रहेंगे, इस वक्त वे आसुरी शक्तियों से घिरे हुए हैं, जब वो इससे मुक्त होंगे तो उनको सच्चाई पता चलेगी.' राम गोपाल ने कहा कि उन्हें पार्टी से निकाले जाने का दुख नहीं है, बल्कि वे खुद पर लगाए गए आरोपों से दुखी हैं.
BJP के साथ मिलीभगत के आरोप का जवाब देते हुए रामगोपाल ने कहा कि राजनीति में अन्य दलों के नेताओं से मिलना अपराध नहीं है. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी को पारिवारिक कार्यक्रम में बुलाया जाने पर उनके साथ मुलायम सिंह यादव ने भी मुलाकात की थी.
It is not a crime to meet leaders from any other political party in a democracy: Ramgopal Yadav after being sacked from the party
— ANI UP (@ANINewsUP) October 23, 2016
राम गोपालयादव ने अपील की है कि समाजवादी पूरी ताकत के साथ नेता जी और सीएम अखिलेश के साथ जुटें ताकि राजनीति के दलाल अखिलेश को हराने की अपनी कोशिश में कामयाब ना हो सकें.