समाजवादी पार्टी सांसद और पूर्व मंत्री आजम खान पर जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जमीन कब्जाने का आरोप लगा है. चार परिवार के लोगों ने राज्यपाल से इसकी शिकायत की है. इन परिवारों के किसानों का कहना है कि राज्यपाल इसमें बीच बचाव करें और उनकी जमीन वापस दिलवाएं. रिपोर्ट के मुताबिक, राज्यपाल ने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले से अवगत करा देंगे और उचित कार्रवाई जरूर होगी.
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में आजम खान के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं लेकिन उनकी मुसीबत सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं. सपा नेता के पैतृक शहर रामपुर का जिला प्रशासन अब राज्य सरकार के 'एंटी-भू माफिया' पोर्टल पर आजम खान को भूमि माफिया के रूप में सूचीबद्ध करने पर विचार कर रहा है.
उत्तर प्रदेश में 2017 में सत्ता संभालने के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भू-माफिया की पहचान करने और जमीन कब्जाने से संबंधित लोगों की शिकायत दर्ज कराने के लिए इस पोर्टल की शुरुआत की थी.
पुलिस के मुताबिक, नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य आजम खान पर 30 से भी ज्यादातर मामले दर्ज हैं. इनमें सबसे ज्यादा मामले सरकारी जमीन और गरीबों की जमीन हथियाने के हैं. रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने बताया कि जमीन हथियाने के कई मामलों को ध्यान में रखते हुए आजम खान का नाम एंटी-भू माफिया पोर्टल में सूचीबद्ध करने पर विचार किया गया है.