उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की वापसी के बाद से समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. चुनाव के तुरंत बाद आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा और उनके विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम खान के शस्त्र लाइसेंस खारिज किए जाने के लिए रामपुर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
इस मामले पर एडिशनल एसपी डॉक्टर संसार सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक तंजीम फातिमा के नाम राइफल का लाइसेंस था और इनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं इसलिए लाइसेंस रद्द करने की रिपोर्ट भेजी गई है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसी तरह से विधायक मोहम्मद अब्दुल्लाह आजम के ऊपर भी कई मुकदमे दर्ज हैं. इनके नाम जो रिवाल्वर का लाइसेंस था उसे भी निरस्त करने की रिपोर्ट डीएम के यहां भेजी गई है.
साल 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से ही आजम खान के लगातार एक-एक बाद मुकदमों का सामना कर रहे हैं. उनके परिवार के खिलाफ 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले 2 साल से आजम खान सीतापुर जेल में हैं जबकि उनकी पत्नी भी 1 साल से ज्यादा समय तक जेल काट कर बाहर आई हैं. वहीं आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्लाह आजम खान भी 18 महीने जेल रहकर जमानत पर बाहर आए हैं.
बता दें कि रामपुर सदर सीट से दसवीं बार विधायक चुने गए आजम खान इस समय जल निगम में भर्ती घोटाला और शत्रु संपत्ति हथियाने जैसे मामलों में सलाखों के पीछे है. कुछ दिन पहले ही सपा विधायक को भर्ती घोटाला मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिली है. दूसरे मामले में भी हाईकोर्ट में बहस पूरी हो चुकी है और इस अब इस पर फैसला आना बाकी है.