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रामपुर: किसान बनकर प्राइवेट कार से मंडी पहुंचे DM, मिल रही थीं शिकायतें

किसानों का कहना है कि धान को सरकारी रेट से कम दामों में खरीदा जा रहा है. इसी शिकायत की जांच करने के लिए जिलाधिकारी को अपना भेष बदलना पड़ा और वह एक प्राइवेट कार से किसान बनकर बिलासपुर मंडी के धान क्रय केंद्र पहुंचे. 

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जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने किया औचक निरीक्षण
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने किया औचक निरीक्षण
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रामपुर के जिलाधिकारी ने किया मंडी का औचक निरीक्षण
  • किसानों से मिली शिकायत के बाद किया दौरा
  • किसान के भेष में बिलासपुर मंडी पहुंचे डीएम

रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने शनिवार को किसान के भेष में बिलासपुर मंडी में धान क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने यहां पर काफी कमियां पाई. जिलाधिकारी को पिछले कई दिनों में किसानों की ओर से शिकायतें मिल थीं. किसानों का कहना है कि धान को सरकारी रेट से कम दामों में खरीदा जा रहा है. इसी शिकायत की जांच करने के लिए जिलाधिकारी को अपना भेष बदलना पड़ा और वह एक प्राइवेट कार से किसान बनकर बिलासपुर मंडी के धान क्रय केंद्र पहुंचे. 

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उन्होंने क्रय केंद्र कर्मचारियों से एक किसान बनकर  धान बेचने की बात की और जो किसान धान बेचने आए थे उनसे भी धान के बारे में जानकारी ली. जिलाधिकारी किसान की तरह मंडी में घूमते नजर आये. किसानों ने उनसे अपने दिल की बात शेयर की. उसके बाद जिलाधिकारी ने अपने रूप में आकर धान क्रय केंद्र के कर्मचारियों की फटकार लगाई और दो क्रय केंद्र पर कार्रवाई के भी आदेश दिए. इस दौरान जैसे ही जिलाधिकारी के छापे की सूचना मिली मंडी में हड़कंप मच गया. 

आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि धान खरीद शुरू हो चुकी है और हमारे सभी क्रय केंद्र ऑनलाइन हो चुके हैं. सभी केंद्रों पर खरीद भी शुरू हो चुकी है. कुछ शिकायतें आ रही थीं. किसानों की शिकायत थी कि उनसे 1100 से लेकर 1400 रुपये में खरीद की जा रही है.

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डीएम ने सख्त लहजे में कहा अगर कोई किसान से कम दामों में खरीद करेगा या उनको बहला-फुसलाकर या जबरदस्ती खरीद करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हमने तो खरीद केंद्रों पर कार्रवाई की है.

डीएम ने कहा लोगों की शिकायतों का सच जानना था तो उसके लिए जांच करना जरूरी था. डीएम ने कहा अगर मैं किसान बनकर नहीं जाता तो ना कोई मुझसे बात करता ना कोई मुझसे सौदा करता. यह समझना जरूरी था किस तरह से किसानों को ठगा जा रहा है. 

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