बिहार के औरंगाबाद में आज हुए सड़क हादसे में 12 कांवड़ियों की मौत को लेकर हंगामा हो रहा है. घटनास्थल से मृतकों का शव उठाने को लेकर स्थानीय विधायक रश्मि ज्योति और पुलिस अफसरों के बीच तीखी नोंकझोक हुई है. मामला इतना बढ़ गया कि विधायिका ने एसपी उपेन्द्र शर्मा पर चप्पल तक उठा लिया. काफी हंगामे के बाद जब डीएम ने मुख्यमंत्री से बात कर मुआवजे का एलान किया तब जाकर लोग शांत हुए और जाम हट सका. डीएम नवीन चन्द्र झा ने बताया कि सभी मृतकों के परिजनों को ढाई लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद की जाएगी.
हादसा आज तड़के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एनएच-2 पर फारम के समीप हुआ. देवघर से जल चढ़ाकर लौटा कांवड़ियों का जत्था बस को खड़ा करके नई दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाइवे-2 के किनारे सोया हुआ था तभी करीब चार बजे भोर में पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार कंटेनर ने किनारे खड़ी कावरियों के बस में जोरदार टक्कर मार दिया. इस दौरान बस सोए हुए कांवड़ियों को रौंदते हुए सड़क के किनारे चली गई.
मौके पर पहुंची पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुट गई है. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. हादसे में मारे गए 8 कांवड़ियों के शव बस के नीचे से निकाले गए. घायल कांवड़ियों को गया के मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. रास्ते में चार कांवड़ियों ने दम तोड़ दिया है. हादसे के बाद कंटेनर का चालक मौके से फरार हो गया. उसकी तलाश की जा रही है. पुलिस हादसे की जांच कर रही है.
सभी कांवड़िए रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन, अकोढ़ी गोला, तेतराढ़ और आसपास के क्षेत्रों के हैं. घटना के बाद पुलिस पर सुस्त रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया. लोग शव नहीं उठाने दे रहे थे.
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई डेहरी के पूर्व विधायक प्रदीप जोशी और उनकी पत्नी कर रहे हैं. जोशी हर साल सावन के महीने में तीर्थयात्रियों के लिए देवघर यात्रा का आयोजन करते हैं. उनकी पत्नी रश्मि ज्योति यहां से मौजूदा विधायक हैं.