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Prayagraj में अंग्रेजों की जगह स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर होंगी सड़कें, PDA ने किया ऐलान

UP Latest News: प्रयागराज में अंग्रेजों के समय जिन पुराने नामों से सड़कें जानी जाती थीं. उनको बदलकर देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों के नाम पर सड़कों का नामकरण किया जाएगा.

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प्रयागराज में एक सड़क का दृश्य
प्रयागराज में एक सड़क का दृश्य
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रयागराज में बदली जाएगी कई सड़कों का नाम
  • अब स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर होंगी सड़कें

UP News: प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के अध्यक्ष और कमिश्नर संजय गोयल की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में एक प्रस्ताव तैयार कर नगर निगम प्रयागराज को भेजा गया है. पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चौहान का कहना है कि विकास प्राधिकरण स्मार्ट सिटी के तहत शहर में सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण कर रहा है. इसके तहत पहले चरण में सात सड़कों का सौंदर्यीकरण और चौड़ीकरण किया गया है जबकि दूसरे चरण में 13 और तीसरे चरण में 5 सड़कें ली गई थी. 

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उनके मुताबिक, सड़कों की चौड़ीकरण के साथ ही सड़क किनारे पार्किंग, पैदल चलने के लिए मार्ग, हरित पट्टी, ओपन एयर जिम, वेंडिंग जोन जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं. यह भी तय किया गया है कि अंग्रेजों के समय जिन पुराने नामों से सड़कें जानी जाती थीं. उनको बदलकर देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों के नाम पर सड़कों का नामकरण किया जाए ताकि लोगों को उससे प्रेरणा मिल सके और गुलामी की दास्तां से भी लोगों को मुक्ति मिले. 

प्रयागराज में भी कई सड़कों के नाम ब्रिटिश काल से चले आ रहे हैं. हालांकि कई सड़कों के नाम पूर्व में भी बदले गए हैं. जैसे एल्गिन रोड का नाम बदल कर अब लाल बहादुर शास्त्री मार्ग कर दिया गया है. थार्न हिल रोड का नाम बदल कर दयानंद सरस्वती मार्ग किया जा चुका है. और इसी तरह से म्योर रोड का नाम बदलकर बीजेपी के सांसद स्वर्गीय चुन्नीलाल चौधरी के नाम पर रखा गया है.

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हालांकि, अभी भी शहर में कई ऐसी सड़कें हैं जो ब्रिटिश कालीन नामों से ही जानी जाती हैं. इनमें क्लाइव रोड और अन्य सड़कें शामिल हैं. प्रयागराज विकास प्राधिकरण की यह कोशिश है कि स्मार्ट सिटी में सड़कों का जीर्णोद्धार होने के बाद जिस तरह से सड़कों को नई पहचान मिल रही है. उसी तरह से उनका नया नामकरण भी हो जोकि अंग्रेजों की गुलामी की दासता से मुक्त हो और हमारे गौरवशाली इतिहास का भी प्रतीक हो.

प्रयागराज विकास प्राधिकरण की इस पहल का स्वागत भी हो रहा है. यही वजह है कि बीजेपी नेता राज्यसभा सांसद और पूर्व डीजीपी बृजलाल ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि देश के कई अन्य शहरों में भी इस तरह से सड़कों के नाम मुस्लिम शासकों के नाम पर रखे गए हैं जो कि शर्मनाक है और इसे सबसे पहले बदलना चाहिए.

 

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