वैश्विक पटल पर औद्योगिक निवेश के लिए ग्रेटर नोएडा सबसे पसंदीदा शहर के रूप से तेजी से उभर रहा है. देश ही नहीं, बल्कि तमाम विदेशी कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में बढ़-चढ़कर निवेश कर रहीं हैं. इसकी एक बानगी फिर देखने को मिली है. यहां निवेश के लिए चार बड़ी कंपनियों ने जमीन खरीदा है. इनमें रोबोट बनाने वाली कंपनी भी शामिल है. इन कंपनियों से करीब 1600 करोड़ रुपये का निवेश होगा. इससे करीब 11,250 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे.
ग्रेटर नोएडा और डी एम आई सी आईआईटीजीएनएल में जिन चार कंपनियों ने निवेश के लिए जमीन खरीदा है, उनमें एलन टेक इंडिया, एडवर्ब टेक्नोलॉजी, गुरु अमरदास इंटरनेशनल और टेरॉन माइक्रो सिस्टम हैं. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में सीईओ नरेंद्र भूषण और एसीईओ दीपचंद्र व अमनदीप डुली ने प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार सिंह, डीजीएम उद्योग सीके त्रिपाठी और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में चार कंपनियों के प्रतिनिधियों को आवंटन पत्र सौंपा गया.
मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कोरियन कंपनी एलेनटेक इंडिया ने ग्रेटर नोएडा के इकोटेक वन और एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के एक साथ दो प्लॉट खरीदे हैं. जिसमें कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसमें आठ हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. कंपनी ने चरणबद्ध तरीके से यूनिट लगाएगी और चार साल में इसे पूरा करेगी. वहीं, विश्व में रोबोट निर्माण की प्रमुख कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजी ने इकोटेक-10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है. यह कंपनी अगले चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर यूनिट शुरू कर देगी. इससे करीब दो हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और आईआईटीजीएनएल में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए पुरजोर कोशिश जारी रहेगी. आवेदन के एक माह के भीतर उद्यमियों को जमीन उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि उत्पादन यूनिट लगाने में जमीन के लिए समय खराब न हो. इससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे. इसके साथ ही आठ नए औद्योगिक सेक्टर बसाने की दिशा में भी तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं. ग्रेटर नोएडा औद्योगिक निवेश का बहुत बड़ा बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है.