उत्तर प्रदेश में विधानसभा का पहला दिन पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया. योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले पूर्ण बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष के जोरदार हंगामा के बीच भी राज्यपाल ने अभिभाषण पूरा किया. राज्यपाल राम नाईक ने कागज के गोलों की बौछार के बीच भी भाषण पूरा किया और विपक्ष के नेताओं को नसीहत भी दी.
राज्यपाल राम नाईक ने विपक्ष के विरोध के बावजूद अभिभाषण जारी रखा. विपक्ष के नेता राज्यपाल पर कागज के गोले फेंक रहे थे. इसके बाद भी उन्होंने भाषण जारी रखा. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार ने एंटी भू-माफिया के माध्यम से सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों को जेल पहुंचाया है.
इस दौरान विपक्षी दल के नेताओं के कागज का गोला फेंकने पर उन्होंने कहा कि आप लोग सभ्य समाज के व्यक्ति हैं, कम से कम यह तो प्रदर्शित करने का प्रयास करें. सदन में राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्य ॐ का उच्चारण कर रहे थे. राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण पर विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी सदस्यों द्वारा गोले फेंकने की सीएम योगी आदित्यनाथ ने निंदा की.
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद पहले अपना आचरण सुधारें. लाल टोपी आजादी की लड़ाई की निशानी है, भगवा रंग आजादी की लड़ाई में विरोध में रहा. उन्होंने 15 मिनट देर से पहुंचने पर राज्यपाल के अभिभाषण को अवैधानिक बताया.
उन्होंने कहा कि यह कलंकित सरकार है. किसान मरा जा रहा है. उत्तर प्रदेश में कभी ऐसे हाल नहीं हुए. कासगंज मामले पर सरकार एक तरफा काम कर रही है. यहां निर्दोषों पर कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो देश का जश्न मना रहे थे, उन पर कार्यवाही की जा रही है..
वहीं, कांग्रेस नेता अजय सिंह लल्लू ने कहा कि कांग्रेस लगतार किसान की बातों को सरकार के सामने रखना चाहते थे लेकिन राज्यपाल जी ने जो कुछ भी पढ़ा वह झूठ का पुलिंदा था.