लखनऊ में सहारा ग्रुप में मैनेजर के पद पर तैनात एक व्यक्ति ने मंगलवार को सहारा की बिल्डिंग की नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली.
प्रदीप मंडन नाम का व्यक्ति सहारा क्रेडिट को-ऑपरेटिव में मैनेजर के पद पर तैनात था. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है.
सूत्रों की माने तो निवेशकों का पैसा न चुका पाने के आरोप में सुब्रत राय के जेल जाने के बाद से सहारा की स्थिति आर्थिक तौर पर काफी खराब हो गई थी. प्रदीप मंडन को भी पिछले कई महीने से वेतन नहीं मिला था, जिसके चलते वो काफी परेशान था. हालांकि, पुलिस मामले में जांच की बात कहकर कुछ भी कहने से इनकार कर रही है.
मामला लखनऊ के कपूरथला चौराहे पर स्थित सहारा सेंटर कार्यालय का है. जहां पर मंगलवार को उस वक्त लोगों में हड़कंप मच गया, जब कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी प्रदीप मंडन ने बिल्डिंग के नौवें माले से नीचे छलांग लगा दी. घायल अवस्था में प्रदीप को ट्रामा सेंटर ले जाया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मृतक सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव में बतौर मैनेजर के पद पर कार्यरत था. 50 वर्षीय प्रदीप मंडन ने आखिर सुसाइड क्यों किया ये अभी साफ नहीं हो सका है. मृतक के परिजन सहित खुद साथी कर्मचारी भी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक पिछले कई महीनों से वेतन न मिलने से प्रदीप मंडन परेशान चल रहे थे, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या करने का कदम उठाया.