सपा नेता शिवपाल यादव की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने
सहारनपुर दंगों पर अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंप दी
है. इस रिपोर्ट में स्थानीय बीजेपी सांसद राघव लखनपाल पर सांप्रदायिक
भावनाएं भड़काने का आरोपी लगाया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन दंगों को शुरुआती चरण में रोकने में नाकाम रहा. कमेटी ने डीएम, एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को भी प्रशासनिक नाकामी के लिए जिम्मेदार बताया है. हालांकि बीजेपी ने इस रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण बताया है.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे एक पार्टी की रिपोर्ट बताया. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि दंगों के अपराधी जज बनने की कोशिश कर रहे हैं.
A report
by their own political party.Have nothing to say as I
haven't even seen the report : Rajnath Singh on
Saharanpur riots state report
— ANI
(@ANI_news) August 17, 2014
Sambit
Patra,BJP: An irony that the perpetrators of the
Saharanpur riots are trying to be the judge, we reject
report pic.twitter.com/OKhgSgk
Upy
— ANI (@ANI_news) August 17, 2014
Strict
action be taken against those at fault,be it an officer or
anyone even belonging to any party: Rashid Alvi on
Saharanpur riots report
— ANI (@ANI_news)
August 17, 2014
वहीं बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि रिपोर्ट में सच सामने नहीं आया है. उन्होंने सपा और बीजेपी दोनों को दंगों के लिए जिम्मेदार बताया.
Mayawati : Communal violence/tension in UP is because of both SP and BJP, both parties have political benefit in this pic.twitter.com/3uXjfLXHBm
— ANI (@ANI_news) August 17, 2014
गौरतलब है कि सहारनपुर दंगों में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. एक अनुमान के मुताबिक, दंगों के चलते शहर को करीब 244 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.