यूपी के उन्नाव से BJP सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है. साक्षी महाराज ने कहा है कि मदरसों में तो कुरान पढ़ाए जाते हैं, लेकिन अन्य स्कूलों में गीता पढ़ाए जाने पर तरह-तरह के सवाल खड़े किए जाएंगे.
साक्षी महाराज ने कहा, 'वे (मुस्लिम) अपने मदरसों में कुरान पढ़ाते हैं. लेकिन अगर हम अपने स्कूलों में गीता पढ़ाएंगे, तो हम सांप्रदायिक करार दिए जाएंगे.' उन्होंने यह भी मांग की कि स्कूलों में गीता की पढ़ाई होनी चाहिए.
BJP सांसद ने कहा कि जो मुस्लिम लड़के पढ़ाकू होते हैं, वे पब्लिक स्कूल जाते हैं, जबकि कमजोर स्टूडेंट मदरसों में पढ़ाई करते हैं. उन्होंने लखनऊ में शुक्रवार को ये बातें कहीं.
साक्षी महाराज ने कहा कि उनके एक मित्र ने स्वीकार किया है कि मदरसा जाने वाले 90 फीसदी स्टूडेंट पढ़ाई में कमजोर होते हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे दोस्त ने बताया कि ये मदरसा जेहाद और आतंकी की ट्रेनिंग भी देते हैं.'
उन्होंने कहा, 'मैं केंद्रीय गृहमंत्री को चुनौती देता हूं कि वे मेरी बात को गलत साबित करें और फिर मेरे खिलाफ कार्रवाई शुरू करें.'
जब साक्षी महाराज का ध्यान इस ओर दिलाया गया कि उनके और योगी आदित्यनाथ के भड़ाकाऊ भाषणों की वजह से यूपी उपचुनाव में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ा और सपा को फायदा हुआ, तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खराब प्रदर्शन के लिए पूरी तरह पार्टी की प्रदेश इकाई जिम्मेदार है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बारे में सांसद ने कहा कि वे यूपी के जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं है, क्योंकि वे दूसरे प्रदेश के रहने वाले हैं.