यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक झड़प के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीती रात परिजनों से मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ किलोमीटर पहले रोक दिया गया. यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी और उनके साथ लखीमपुर खीरी जा रहे कांग्रेसी नेताओं को सीतापुर में रोक लिया और हिरासत में ले लिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और प्रमोद तिवारी प्रियंका गांधी को लीगल असिस्टेंस देंगे, जिसके लिए उन्होंने पुलिस से अनुमति मांगी है. दोनों नेता प्रियंका को हिरासत में लेने के बाद कानूनी सलाह देने के लिए घर से बाहर निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि रात के अंधेरे में महिला को गिरफ्तार किया गया है. हम घर में हैं और कानून का पालन कर रहे हैं. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को लखीमपुर घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही एक दिन में काले कानूनों को वापस लिया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि रात के अंधेरे में इंदिरा गांधी की पोती को क्यों गिरफ्तार किया गया? जिस तरह से इंदिरा गांधी को अरेस्ट किया गया था, उसी तरह से किया गया है. दीपेंद्र हुड्डा एक सांसद हैं और उसके बाद भी उनके साथ इस तरह का बर्ताव किया गया. किसी नेता के साथ आजतक ऐसा बर्ताव नहीं हुआ है. धारा 144 का जवाब हम कोर्ट में जाकर देंगे.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम से पहले किसानों और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे के बीच विवाद हो गया. खूनी झड़प में चार किसानों समेत कुछ आठ लोगों की जान चली गई. इस मामले में अजय मिश्रा के खिलाफ किसानों ने एफआईआर दर्ज करवाई है. वहीं, यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 45 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया.