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राम मंदिर डील पर बोले नदवी: मांगना होता तो मोदी-योगी से मांगता

नदवी ने कहा कि मेरी एक जुबान पर सऊदी अरब, कतर से लेकर दुनिया के कई देशों में मौजूद मेरे दोस्त दौलत और सोना मेरे लिए न्यौछावर कर देंगे.

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मौलाना सलमान नदवी
मौलाना सलमान नदवी

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अयोध्या मामले पर जहां सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है, वहीं सियासत और आपसी समझौतों की बातें और उसपर विवाद भी जारी हैं. श्री श्री रविशंकर के करीबी माने जाने वाले अमरनाथ मिश्रा ने मौलाना सलमान नदवी पर बड़ा आरोप लगाया है. उनके मुताबिक 'राम मंदिर के नाम पर मस्जिद का दावा छोड़ने के एवज में नदवी 5 हजार करोड़ रुपये, दो सौ एकड़ जमीन और एक राज्यसभा सीट चाहते थे.'

अमरनाथ के इन आरोपों पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एग्जीक्यूटिव मेंबर रहे सलमान नदवी ने आजतक के शो 'दंगल' में कहा, मैं अमरनाथ मिश्रा को नहीं जानता और न इनसे कभी मिला हूं. मुझे अगर मांगना होता तो मैं मोदी-योगी से मांगता. इस इंसान की तो पांच रुपये की भी औकात नहीं है.

नदवी ने कहा कि मेरी एक जुबान पर सऊदी अरब, कतर से लेकर दुनिया के कई देशों में मौजूद मेरे दोस्त दौलत और सोना मेरे लिए न्यौछावर कर देंगे.

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हालांकि, अमरनाथ मिश्रा ने मौलाना सलमान नदवी से पांच फरवरी को हुई मुलाकात का पूरा जिक्र किया. उन्होंने भागवत गीता की कसम खाकर कहा कि समझौते का पूरा फॉर्मूला उनका है. जिसे लेकर नदवी मुस्लिम संगठनों के बजाए श्री श्री रविशंकर से मिले हैं. इस बात पर मौलाना सलमान नदवी भड़क गए और बहस बीच में ही छोड़कर चले गए.

अमरनाथ मिश्रा ने आज लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन जाकर नदवी के खिलाफ इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के नाम पर मस्जिद का दावा छोड़ने के एवज में मौलाना नदवी 5 हजार करोड़ की डील चाहते थे. मिश्रा ने नदवी पर बुधवार को आरोप लगाया था कि वो अयोध्या का इस्लामीकरण करना चाहते हैं.

मिश्रा के मुताबिक उनसे यह बात इसलिए की गई थी कि नदवी ये बात सुन्नी बोर्ड और मुस्लिम पक्षकारों से करें. ताकि राम मंदिर समझौते का कोई फॉर्मूला निकल सके.

मिश्रा ने कहा, 'मंदिर निर्माण के आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट का फार्मूला लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कई सदस्यों के पास वो गए थे. उन्होंने यह फॉर्मूला सलमान नदवी को भी दिया था, ताकि इस पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में चर्चा हो सके. इस चर्चा का भरोसा सलमान नदवी ने अमरनाथ मिश्रा को भी दिया था.' मिश्रा का दावा है कि इस मामले पर बोर्ड में चर्चा करने के बजाए सलमान नदवी इस फॉर्मूले को लेकर सीधे श्रीश्री रविशंकर के पास चले गए और वहां से उन्होंने इस फॉर्मूले का ऐलान कर दिया.

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मौलाना सलमान नदवी ने आज एक बयान में कहा कि इस तरह की डील तो हूकूमते कर सकती हैं लेकिन सरकार क्या ये चाहेगी की अयोध्या को मक्का बने. उन्होंने कहा कि पैसे की डील अगर मुझे करनी होती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से करता आरएसएस के मोहन भागवत जी से करता. जिनके पास कुछ है ये तो बेचारा भिखारी है. इसका दिमाग ठीक नही है. उन्होंने श्री श्री रविशंकर से मांग किया की अमरनाथ मिश्रा जिस पद पर है वहां से उन्हें हटा दिया जाए. भविष्य में उन्हें वहां न आने दिया जाए.

हालांकि नदवी ने कहा, अयोध्या विवाद के समझौते की कोशिश वो जारी रहेगे. चौदह मार्च को अयोध्या मे मीटिंग के बाद तय होगा कि आगे किस तरह से इस मामले पर बढ़ना है

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