उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने बसपा की मुखिया मायावती पर आरोप लगाया है कि वे एक षडयंत्र के तहत अखिलेश यादव सरकार को बदनाम कर रही हैं और प्रदेश के विकास में अवरोध पैदा करने की कोशिश कर रही हैं.
सपा प्रवक्ता एवं कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कहा, ‘बसपा अध्यक्षा मायावती की पूरी राजनीति षडयंत्रकारी है. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग के पीछे उनका इरादा प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि धूमिल करना है और विकास की गति को अवरूद्ध करना है.’
महाकुंभ मेले के कामयाब आयोजन से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्वारा आमंत्रित किये जाने का उल्लेख करते हुए चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में पांच साल तक लूट का राज चलाने वाली मायावती को विदेशों में प्रदेश की प्रतिष्ठा का बढना खल रहा है. इसलिए वे बहुमत की सरकार के रहते प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही हैं.
मुख्यमंत्री को हार्वर्ड विश्वविद्यालय से मिले आमंत्रण को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि उनकी इस यात्रा से विदेश में प्रदेश का सम्मान बढे़गा और राज्य में विदेशी निवेश की संभावना मजबूत होगी.
चौधरी ने बताया कि पार्टी कल 23 अप्रैल को पूरे प्रदेश में एक जनसंपर्क अभियान शुरू करेगी, जिसके जरिए आम जनता को सरकार की उपलब्धियों एवं इसकी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जायेगी.
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता नुक्कड़ सभाओं, साइकिल यात्राओं और जनसभाओं का आयोजन करेंगे, जिसमें पार्टी के विधायक एवं वरिष्ठ नेता भी शरीक होंगे.