अखिलेश यादव ने कहा कि मंहगाई का मुंह रोज-ब-रोज बढ़ता ही जा रहा है. खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. किसान और जनता पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से बुरी तरह परेशान हुए हैं. अभी बदहाली के इस दौर से लोग निकल नहीं पा रहे हैं कि अब ईंधन गैस और बिजली की दरें बढ़ाकर लोगों पर भारी बोझ डाल दिया गया है.
नोटबंदी को लेकर भी अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने नोटबंदी-जीएसटी लागू कर पूरे देश में व्यापारिक गतिविधियों को अवरूद्ध कर दिया है. कारोबारी उसकी मार से अभी तक उभर नहीं पा रहे हैं. औद्योगिक संस्थानों में कर्मचारियों की छंटनी हो गई.'
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कोरोना संकट का जिक्र करते हुए सपा नेता ने कहा कि कोरोना संकट के साथ लॉकडाउन ने तो जीवन को ही अस्त-व्यस्त कर दिया. छोटे-मोटे कारोबारियों की दुकानें भी बंद हो गईं. प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था फैली हुई है.
जनता की तोड़ी गई कमर
अखिलेश यादव ने कहा, 'बीजेपी ने पहले तो डीजल-पेट्रोल तथा ईंधन गैस के दामों में असाधारण वृद्धि कर जनता की कमर तोड़ दी, अब प्रदेश में बिजली भी मंहगी करने की तैयारी हो गई है. पिछले 6 सालों से बीजेपी केन्द्र में सत्तासीन है. उसने डीजल पर उत्पाद कर में नौ गुना वृद्धि की है. सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद देश में दाम कम नहीं किए. उसने स्वयं मुनाफाखोरी का यह एक दयनीय उदाहरण पेश किया है. पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू एवं कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ा दिए हैं.'
महंगी बिजली का झटका देने की तैयारी में सरकार
बिजली की दरों में बढ़ोतरी को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार बेहाल जनता को अब मंहगी बिजली का झटका देने की तैयारी में है. घरेलू बिजली 8 प्रतिशत तक ज्यादा मंहगी हो सकती है. राजस्व के नाम पर जनता की जेब पर डकैती डालने से बीजेपी सरकार को लाज भी नहीं आती.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत और शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है. केवल यही नहीं, अब विद्युत विभाग द्वारा अभियान चलाकर बिजली के बिल जमा न होने के बहाने हजारों किसानों के निजी ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं. किसानों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर धान की फसल लगाई थी जो अब नष्ट होने के कगार पर हैं.'
बीजेपी सरकार में नहीं लगा एक भी प्लांट
अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि आज जो भी बिजली उपलब्ध है वह समाजवादी सरकार की देन है. उस समय लगभग 300 से ज्यादा नए विद्युत सब स्टेशनों का निर्माण हुआ. भाजपा के कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ. कोई विद्युत प्लांट भी नहीं लगाया गया.
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उन्होंने कहा, 'बुनकरों को बिजली की जो रियायतें समाजवादी सरकार में दी गई थीं, उन्हें भी समाप्त कर दिया गया है. उनकी हालत बिगड़ रही है. छोटे कारोबारियों का धंधा बिजली की बढ़ी दरों से चौपट हो जाएगा. भाजपा सिर्फ धोखा देती रही है. नागरिकों से छल करने और उनकी गाढ़ी कमाई की लूट का भाजपा का खेल अब जनता की निगाहों में आ चुका है. जनता समय पर अपना निर्णय सुनाएगी.'