समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रदेश इस समय भ्रष्टाचार, अपराध और बेरोजगारी का शिकार है. आजादी के बाद अर्थव्यवस्था के सबसे बुरे दौर में है. लोगों के हाथों में पैसा नहीं है और काम-कारोबार अपने निम्नतम स्तर पर है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी देश के ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए समाज में नफरत का माहौल बना रही है. भीड़तंत्र द्वारा बेकसूर लोगों की हत्याएं हो रही हैं. बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण देश और प्रदेश में अफरा-तफरी का माहौल है. नौजवानों को रोजगार और उच्चशिक्षा के नाम पर धोखा दिया जा रहा है. किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. मंहगाई की मार से गरीब और मध्यम वर्ग बहुत ही परेशान है.
उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य के पैमाने पर उत्तर प्रदेश का निम्नतम स्तर पर आना, ये दर्शाता है कि बीजेपी राज में किस प्रकार स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाएं उपेक्षित हुई हैं. एम्बुलेंस सेवाएं भी सुचारू नहीं हैं. गोरखपुर देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्गति की राजधानी बन गया है.
सच्चाई तो यह है कि 2018-19 में उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ समिट के नाम पर जिन घरेलू सामानों को बनाने की घोषणा की उसके लिए नए उद्योग लगाना तो दूर जो उद्योग पहले से चल रहे थे, वे भी बंद हो चुके हैं. बीजेपी सरकार के संरक्षण में अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. गरीब की कहीं सुनवाई नहीं है. बीजेपी मंत्रिमंडल ही भ्रष्टाचार से सराबोर है और जब तक बीजेपी सरकार है तब तक भ्रष्टाचार ही रहेगा.