बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव की सरकार से यूपी में भी शराबबंदी की मांग की. नीतीश ने कहा कि अखिलेश को घबराना नहीं चाहिए और शराब पर पाबंदी लगानी चाहिए, वहीं सपा ने नीतीश पर पलटवार किया है. राज्य में मंत्री और सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार जरूरी मुद्दों को छोड़कर सिर्फ दिल बहलाने के लिए शराब की बात करते हैं.
राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'नीतीश कुमार हमारे पुराने मित्र रहे हैं. इन दिनों उन्होंने कुछ मुद्दे चुने हैं, जिस पर नैतिकता का उपदेश दे सकें. दिल बहलाने के लिए शराब की बात करना उन्हें अच्छा लगता है. मगर विकास की बात करने में उन्हें दिक्कत है, क्योंकि जनहित और विकास का काम उन्हें करना नहीं है जिससे कई तरह के भ्रम पैदा हो जाएं.'
'नीतीश इन दिनों खूब दौरा कर रहे हैं'
काशी के बाद लखनऊ में नीतीश के दौरे को लेकर सपा नेता ने कहा, 'राजनीति के अपने मूल्य होते हैं. आजकल नीतीश यूपी में बहुत दौरा कर रहे हैं. अहमदाबाद, नागपुर, हैदराबाद और पटना के लोग आ रहे हैं. लोकतंत्र है कोई उन्हें रोक नहीं सकता.'
'मुलायम सिंह के खिलाफ बोलने वाला सांप्रदायिक'
चौधरी ने आगे कहा, 'यूपी बहुत ही संवेदनशील जगह है. मुलयम सिंह यादव ने हमेशा सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. अगर उनके खिलाफ कोई कुछ बोलता है तो समझें सांप्रदायिकता का साथ दे रहा है.'
'भ्रम की राजनीति कर रहे हैं नीतीश'
उन्होंने आगे कहा कि बिहार की सरकार को लंबे समय के बाद, 25 साल बाद याद आया कि लैपटॉप दिया जाना चाहिए. बिहार में अंधेरा है, टूटी सड़के हैं, पत्रकारों की हत्या हो रही है और नीतीश कुमार हैं कि भ्रम की राजीनति कर रहे हैं.
राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'कितने साल नीतीश कुमार ने सांप्रदायिक लोगों के साथ सरकार चलाई है. कौन नहीं जानता. शराबबंदी पर बात किस बूते पर करते हैं. क्या वहां शराब बंदी पूरी तरह लागू है?'