प्रस्तावित समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का नेतृत्व मुलायम सिंह यादव द्वारा करने का ऐलान करने वाले उनके भाई सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को कहा कि 'जहां मुलायम खड़े हो जाते हैं, वहीं से समाजवादी पार्टी की शुरूआत होती है.'
शिवपाल की यह टिप्पणी अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म ‘कालिया’ के डॉयलाग से मिलती जुलती है. अमिताभ ने फिल्म में कहा था, 'हम जहां खड़े हो जाते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है.' इसी तर्ज पर शिवपाल ने ट्वीट कर कहा, 'जहां नेताजी (मुलायम) खड़े हो जाते हैं, वहीं से समाजवादी पार्टी की शुरूआत होती है.''सपा की हार का कारण कांग्रेस से गठबंधन'
मोर्चा बनाने के शिवपाल के प्रयास को मुलायम परिवार में शिवपाल के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी में पुन:स्थापित करने की कोशिश माना जा रहा है. शिवपाल चाहते हैं कि मुलायम पार्टी के मुखिया फिर से बनें. फिलहाल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं, जिन्होंने पिता से पार्टी की कमान छीन ली थी.
कांग्रेस ने जीवन बर्बाद कर दियाः मुलायम
मुलायम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उनके जीवन को बर्बाद करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी थी और उनके बेटे अखिलेश ने कांग्रेस से ही गठजोड कर लिया. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के साथ गठबंधन ही पार्टी की मौजूदा खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार है. मैंने अखिलेश को सलाह दी थी कि वह ऐसा ना करें, लेकिन उसने किया. सपा अपनी हार के लिए खुद जिम्मेदार है ना कि प्रदेश की जनता.'
पार्टी की कमान मुलायम को सौंपने का प्रश्न नहीं: रामगोपाल
रामगोपाल यादव को ‘शकुनि’ बताने के शिवपाल के बयान पर मुलायम ने कहा कि शिवपाल ने जो कहा सही है. शिवपाल को हराने के प्रयास किए गए. इसके लिए धन भी खर्च किया गया. शिवपाल पर पलटवार करते हुए रामगोपाल भी कह चुके हैं कि अखिलेश का इस्तीफा मांगने से पहले पार्टी का संविधान पढ़ना चाहिए. अखिलेश किसी भी स्थिति में इस्तीफा नहीं देंगे और सपा की कमान मुलायम को सौंपने का कोई प्रश्न नहीं है.