लगातार 9वीं बार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चुने गए मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार फायरिंग हो रही है, फिर भी पाकिस्तान पर हमला करने के लिए मोदी को सचमुच 56 इंच के सीने की जरूरत है.
केंद्र की विदेश नीति की आलोचना करते हुए मुलायम सिंह यादव ने पूछा कि LoC पर घुसपैठ के बावजूद केंद्र सरकार शांत क्यों बैठी है? उन्होंने कहा कि सरकार को चीन से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि चीन कभी भी भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनने नहीं देगा.
शरद यादव ने दिए सपा से गठबंधन के संकेत
सपा के सम्मेलन में पहुंचे जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन के संकेत दिए हैं. शरद यादव ने कहा, 'मुश्किल घड़ी में समाजवादियों ने एकजुटता दिखाई है. हम लोग एक-दूसरे की मदद के लिए साथ आने की कोशिश कर रहे हैं.'
शरद यादव ने कहा, 'मुलायम सिंह यादव से मेरा कोई खून का रिश्ता नहीं है. हम दोनों सिद्धांत के मुद्दे पर एक हैं.'
इससे पहले, समाजवादी पार्टी का तीन दिनों का राष्ट्रीय अधिवेशन बुधवार को लखनऊ में शुरू हो गया. मुलायम को एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुना गया. उन्होंने पार्टी और प्रदेश सरकार को जनता को न भूलने के प्रति चेताया. हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि कई नेता ऐसी गलतियां कर चुके हैं और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है. उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द्र और भाईचारे की भावना बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि मुसलमानों का समाजवादी पार्टी में विश्वास कायम है.
जनेश्वर मिश्र पार्क में हो रहे अधिवेशन में करीब 50 हजार कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं. पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा का अनावरण किया. इस सम्मेलन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. अखिलेश यादव ने उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि आयोजन पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया जा रहा है. गौरतलब है कि अधिवेशन से पहले पूरा लखनऊ मुलायम और अखिलेश के पोस्टरों से पट गया है.
चुनाव की रणनीति पर भी होगी चर्चा
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि तीन दिवसीय अधिवेशन का समापन 10 अक्टूबर को होगा. पहले दिन राजनीतिक आर्थिक प्रस्ताव के माध्यम से पार्टी अपनी भावी राजनीति और रणनीति का संकेत देगी. इस लिहाज से यह अब तक का सबसे महत्वपूर्ण अधिवेशन होगा. 2012 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से बनी समाजवादी सरकार की उपलब्धियों के साथ 2017 में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर भी अधिवेशन में चर्चा होगी.
अधिवेशन के लिए 'हाई-फाई' व्यवस्था
समाजवादी पार्टी ने अपने नौवें अधिवेशन के लिए विशालकाय वाटर प्रूफ पंडाल के नीचे 40x60 फिट का भव्य मंच और भोजन के लिए 500x100 फिट के पंडाल में इंतजाम किए गए हैं. इस मौके पर मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक सफर पर डॉक्यूमेंट्री बड़ी-बड़ी एलईडी की स्क्रीनों पर दिखाई जाएंगी. अधिवेशन में आए सभी लोगों को मंच के भाषण सुनाई दें इसके लिए 40,000 वॉट का साउंड सिस्टम लगा है. 24 बड़े स्पीकर और 93 छोटे स्पीकर जगह-जगह लगाए गए हैं. इसके साथ ही मोबाइल वैनों का भी प्रचार में इस्तेमाल होगा.
कई प्रदेशों से जुटेंगे पदाधिकारी
समाजवादी पार्टी के चार युवा संगठनों लोहिया वाहिनी, समाजवादी युवजन सभा, समाजवादी छात्रसभा और मुलायम सिंह यादव यूथ बिग्रेड के नौजवानों को अधिवेशन स्थल की व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने में सहयोग करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सम्मेलन में एक दर्जन से ज्यादा प्रदेशों के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं.
बुधवार को ही दोपहर तीन बजे राजनैतिक और आर्थिक प्रस्ताव पर चर्चा होगी. 9 अक्टूबर को भी प्रस्ताव पर चर्चा जारी रहेगी और शाम पांच बजे प्रस्ताव पारित करने की कार्यवाही होगी. राजनैतिक-आर्थिक प्रस्ताव को राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव अंतिम रूप दे रहे हैं. आखिरी दिन 10 अक्टूबर को 10 बजे से खुला अधिवेशन होगा. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के संबोधन के साथ दोपहर 12:30 बजे सम्मेलन का समापन होगा.