समाजवादी पार्टी ने 11-12 सितंबर को होने वाली अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की जगह अचानक बदल दी है. अब यह बैठक हरिद्वार की जगह आगरा में होगी. पिछले एक महीने से हरिद्वार में पार्टी के नेता बैठक की तैयारियों को अंतिम रूप देने लगे थे लेकिन अचानक बैठक की जगह बदल दी गई.
इस फैसले के पीछे कई राजनीतिक पहलू हैं. सपा के एक प्रदेश सचिव बताते हैं कि पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव लखनऊ आकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं से मिले थे और तय किया था कि पश्चिमी यूपी की लोकसभा सीटों पर ज्यादा ध्यान दिया जाए. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि पश्चिमी यूपी की करीब 30 सीटों पर मुस्लिम आबादी की अच्छी खासी संख्या है.
उत्तराखंड में सिर्फ पांच लोकसभा सीटें हैं और वहां पर सपा के पास प्रभावी जनाधार भी नहीं है. इसलिए हरिद्वार में बैठक करने से सपा को खास राजनीतिक फायदा नहीं मिलना था.हालांकि सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी बताते हैं कि उत्तराखंड एक बड़ी प्राकृतिक आपदा झेल रहा है इसलिए कार्यसमिति की बैठक की जगह बदली गई.
आगरा में बनी नीति ने जिताया था यूपी इलेक्शन
इसमें एक एंगल लक फैक्टर वाला भी है. पार्टी के एक बड़े नेता बताते हैं कि आगरा सपा के लिए हमेशा भाग्यशाली रहा है. 2012 में विधानसभा चुनाव से पहले आगरा में ही पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी और यहां बनाई गई रणनीति ने ही यूपी में सपा की सरकार बनवा दी.
60 लोकसभा सीटें जीतने का है लक्ष्य
इस बार लोकसभा चुनाव से पहले आगरा में पार्टी के बड़े नेता एक साथ बैठकर अपनी मजबूती और कमजोरियों पर चर्चा करेंगे. पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में 60 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है. पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि अगर सपा 45 से 50 सीटें भी जीत गईं तो तीसरे मोर्चे की सबसे बड़ी पार्टी होगी और इससे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का प्रधानमंत्री पद पर दावा मजबूत होगा.
यूपी के इतर भी होगी चर्चा
आगरा की बैठक में यूपी के सभी 76 लोकसभा प्रत्याशियों की परफार्मेंस रिपोर्ट पर चर्चा तो होगी ही, साथ में दूसरे प्रदेशों की उन सीटों को भी चिह्नित किया जाएगा जहां सपा अपना उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी के रणनीतिकार आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, झारखंड और बिहार की करीब 30 उन सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने की योजना बना रहे हैं जहां मुस्लिम वोटरों की अच्छी संख्या है.