उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी सोमवार से पिछड़ा वर्ग सम्मेलन शुरू करने जा रही है. सपा नेता राजपाल कश्यप के नेतृत्व में यह सम्मेलन कानपुर से शुरू होकर स्वतंत्रता दिवस पर फतेहपुर में खत्म होगा.
सपा के सम्मेलन की शुरुआत 9 अगस्त को कानपुर से होगी. इसके अगले दिन कानपुर देहात में सम्मेलन होगा. 11 अगस्त को झांसी, 12 अगस्त को महोबा, 13 अगस्त को हमीरपुर में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. वहीं, 14 अगस्त को कानपुर ग्रामीण और फिर 15 अगस्त को फतेहपुर में कार्यक्रम होगा.
समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन की सपा नेता राजपाल कश्यप को दी गई है. इससे पहले रविवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी और उसके सहयोगी महान दल उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे. महान दल के कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वह अब तक जोर दे रहे थे कि सपा को 350 सीटें मिलेंगी लेकिन महान दल के कार्यक्रम के बाद वे 400 सीटें जीतेंगे.
उन्होंने कहा, ''जब मैं 400 सीटों की बात करता हूं तो लोग सवाल उठाने लगते हैं. लेकिन जब बीजेपी बुलेट ट्रेन की बात करती है तो कोई इस पर सवाल नहीं उठाता. आपने (बीजेपी) कहा था कि वाराणसी क्योटो में तब्दील हो जाएगा. लेकिन शहर किस तरह से बदला है, वह कोई भी देख सकता है.''
ब्राह्मण वोटबैंक पर भी सपा की नजर
बहुजन समाज पार्टी की तरह समाजवादी पार्टी ने भी ब्राह्मण वोट बैंक पर नजर जमाई है. पार्टी ने ब्राह्मण सम्मेलन करने का ऐलान किया है. इसके चलते समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव हाल ही में पार्टी के पांच ब्राह्मण नेताओं से मुलाकात भी की थी. ब्राह्मण नेताओं ने अखिलेश यादव को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट की. 'आजतक' से फोन पर बातचीत में ब्राह्मण चेतना मंच और सपा के पूर्व विधायक संतोष पांडे ने कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मण सम्मेलन करने का फैसला लिया है. वहीं, पिछले दिनों बसपा ने भी प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी यानी ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की थी.