आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले में दलित लेखक कंवल भारती की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस भेज चार हफ्ते में जवाब देने को कहा है.
दरअसल, कंवल भारती ने दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के खिलाफ फेसबुक पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि स्थानीय अदालत में पेश किए जाने के कुछ देर बाद ही उन्हें जमानत मिल गई थी. लेकिन ज्यादातर लोगों ने कंवल भारती की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की थी.
कंवल भारती ने फेसबुक पर लिखा था, 'आरक्षण और दुर्गा शक्ति नागपाल इन दोनों ही मुद्दों पर अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार पूरी तरह फेल हो गयी है. अखिलेश, शिवपाल यादव, आजम खान और मुलायम सिंह (यूपी के ये चारों मंत्री) इन मुद्दों पर अपनी या अपनी सरकार की पीठ कितनी ही ठोक लें, लेकिन जो हकीकत ये देख नहीं पा रहे हैं, (क्योंकि जनता से पूरी तरह कट गये हैं) वह यह है कि जनता में इनकी थू-थू हो रही है, और लोकतंत्र के लिए जनता इन्हें नाकारा समझ रही है. अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और बेलगाम मंत्री इंसान से हैवान बन गये हैं. ये अपने पतन की पटकथा खुद लिख रहे हैं. सत्ता के मद में अंधे हो गये इन लोगों को समझाने का मतलब है, भैंस के आगे बीन बजाना.'
कंवल भारती के फेसबुक स्टेटस को सैकड़ों लोगों ने शेयर किया था.