उत्तर प्रदेश का पावर कॉरपोरेशन बिजली देने में भले ही पीछे हो, लेकिन जब बिल भेजने की बात आती है तो इस महकमे की फुर्ती देखते ही बनती है. जहां बिजली कनेक्शन तक नहीं है, वहां भी बिल भेजने में देरी नहीं की जाती. रुद्रपुर क्षेत्र के दर्जनों प्राथमिक और जूनियर स्कूल का प्रबंधन बिजली बिल पाकर हैरान रह गया. इन स्कूलों में बिजली का कनेक्शन तक नहीं है, लेकिन लाखों रुपये का बिल भेज दिया गया है.
जनपद सरकारी प्राथमिक और जूनियर स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए विभाग ने सामूहिक आवेदन किया था. बिजली विभाग ने परिषदीय स्कूलों पर आवेदन के दो साल बीतने के बाद भी कनेक्शन देने में कोई दिलचस्पी नहीं ली. लेकिन महकमे के रजिस्टर में स्कूलों पर लाइन चालू कर दी गई. इसी के आधार पर जब रुद्रपुर क्षेत्र के बिना कनेक्शन वाले 15 स्कूलों पर बिजली का बिल पहुंचा तो प्रिंसिपल हैरान हो गए.
प्राचार्यों ने बताया कि इन स्कूलों में बल्ब भी नहीं जले और बिल आ गया. क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रतनपुर, कोरवा, देवकली हेमराज, देवकलीजयराम, मनिहरपुर, जमीरा, अम्मा उर्फ अमवा, राजीबेलवा, कुकुरिहा, करौदी, कृतपुरा, मदनपुर, पौहरिया, नकइल, डाला और मठिया तिवारी स्कूल को मिलाकर लगभग पांच लाख रुपये बिजली का बिल भेजा गया है.
अब मले के तूल पकड़ने पर शिक्षा विभाग की ओर से बिजली विभाग से लिखा-पढ़ी की जा रही है. उधर, एसडीओ सत्येंद्र चौहान ने कहा कि मामले की जांचकर निराकरण किया जाएगा, लेकिन बिना बिजली के बिल कैसे और क्यों पहुंचा और दो साल पहले किए गए आवेदन के बावजूद स्कूलों को बिजली कनेक्शन क्यों नहीं दिया गया, इस पर अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.