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अयोध्‍या में दिखेगी बाबरी केस के फैसले जैसी ही सुरक्षा

अयोध्‍या में वीएचपी की पदयात्रा के मद्देनजर वैसी ही सुरक्षा-व्‍यवस्‍था की जा रही है, जैसी बाबरी मामले में हाइकोर्ट के फैसले की वक्‍त की गई थी.

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अयोध्‍या में वीएचपी की पदयात्रा के मद्देनजर वैसी ही सुरक्षा-व्‍यवस्‍था की जा रही है, जैसी बाबरी मामले में हाइकोर्ट के फैसले की वक्‍त की गई थी.

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30 दिसबर, 2010 को अयोध्या मंदिर-मस्जिद फैसले के समय की गई सुरक्षा-व्यवस्था को एक बार फिर दुहराने की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस पर कोई भी कुछ साफ-साफ बोलने को तैयार नहीं है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जगह-जगह अस्थाई जेलें बनाई जा रही हैं. जिले की सीमा में घुसने के पहले आने वाले लोगों की जांच की जाएगी. यात्रा से जुड़े सक्रिय लोगों को घरों में नजरबन्द करने या गिरफ्तार करने जैसी तैयारी भी की जा रही है. इस बार ग्राम प्रधानों और ग्राम चौकीदारों को भी यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि जो भी बाहरी व्यक्ति उन्हें दिखाई दे, उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें.

संबंधित थाना प्रभारियों और कोतवाली प्रभारियों को ताकीद की जा रही है कि उनके क्षेत्र में अगर बाहरी व्यक्ति अयोध्या में घुसे या यात्रा में शामिल होने के लिए निकले या कोई नारेबाजी या इस तरह का काम करते हैं, तो यह सीधे उनकी जिम्मेदारी होगी. गौरतलब है कि फैजाबाद, अयोध्या, आंबेडकर नगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, बाराबंकी में पहले ही धारा-144 लगाई जा चुकी है.

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पूरे अयोध्या क्षेत्र को 6 जोन और 23 सेक्टरों में बांटा गया है. बाहर से आई फोर्स का ब्‍योरा इस तरह है:
27 डिप्टी एसपी
10 इन्स्पेक्टर
200 सब इन्स्पेक्टर
100 हेड कॉन्‍स्टेबल
900 पुलिसकर्मी
15 महिला हेड कॉन्‍स्टेबल
50 महिला कॉन्‍स्टेबल
6 ट्रैफिक इन्स्पेक्टर
15 ट्रैफिक हेड कॉन्‍स्टेबल
50 ट्रैफिक सिपाही
14 कंपनी PAC
2 कंपनी RAF
800 होमगार्ड.

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