बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी मुजफ्फरनगर दंगों के बाद आज पहली बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रैली करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मेरठ में होने वाली इस रैली पर आतंकी हमले का साया मंडरा रहा है. इस रैली के लिए मोदी की पिछली रैलियों से भी ज्यादा सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
यूपी पुलिस के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) शनिवार को मेरठ पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में मोदी की यह सातवीं रैली होगी. पार्टी रैली में दस लाख से ज्यादा भीड़ जुटाने का दावा कर रही है.
मोदी की यह रैली इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुजफ्फरनगर दंगों के बाद से यहां का सियासी पारा आसमान पर है. माना जा रहा है कि दंगों के बहाने मोदी एक बार फिर अखिलेश सरकार को निशाने पर लेंगे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात को देखते हुए मोदी की यह रैली संवेदनशील मानी जा रही है.
मोदी करीब 5 साल बाद मेरठ आ रहे हैं. पूर्व में उन्होंने 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान शहर के जीमखाना मैदान में रैली को संबोधित किया था. पार्टी सूत्रों ने बताया कि मोदी यंहा बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे से खड़े होकर जनसभा को संबोधित करेंगे.
सूत्रों के मुताबिक, पटना में मोदी की रैली में जो कुछ हुआ उसे यहां दोहराए जाने की आशंका है. हालांकि पुलिस सीधे तौर पर कुछ नहीं कह रही. एडीजी मुकुल गोयल ने कहा, 'हां यह जरूर है कि खतरे की आशंका है. चुनावी रैली है, पटना में धमाके हो चुके हैं, उसी को देखते हुए व्यवस्था की गई हैं. रैली में जो भी आएगा उसकी जांच की जाएगी. जोन के बाहर से भी फोर्स मंगाई गई है. इसके अलावा एटीएस की दो टीमों को भी लगाया गया है.'
मुकुल गोयल ने कहा कि खतरे की आशंका के संबंध में ऐसे इनपुट सामान्य तौर पर आते रहे हैं. इसी को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है. मेरठ के एसएसपी ओंकार सिंह ने बताया कि 6500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. लगभग 50 डीएसपी और एएसपी समेत 75 सीनियर अधिकारी भी रैली के दौरान मौजूद रहेंगे.
मेरठ जोन में कुल 70 विधानसभा की सीटें हैं, जिसमें से बीजेपी के पास महज 12 सीट हैं. लोकसभा की यहां 14 सीटें हैं, जिसमें से सिर्फ दो (मेरठ और गाजियाबाद) बीजेपी के पास हैं. जाहिर है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के पास पाने के लिए बहुत कुछ है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि उन्होंने सपा को यहां रैली करने का चैलेंज दिया था लेकिन वह मुकाबले से बाहर हो चुकी है.
यूपी में मोदी की पिछली तीन रैलियों के साथ मुलायम सिंह ने भी रैलियां की थीं. इस बार मोदी की मेरठ रैली के ठीक एक दिन बाद 3 फरवरी को मुलायम गोंडा में रैली कर रहे हैं.
रैली में सत्यपाल सिंह ले सकते हैं बीजेपी की सदस्यता
मोदी की मेरठ रैली में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह शामिल होंगे और बीजेपी की सदस्यता लेंगे. सूत्रों की माने तो सत्यपाल सिंह बागपत से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.