उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित डीएसपी हत्याकांड में शनिवार को सीबीआई को कई अहम सबूत मिले. प्रतापगढ़ के कुंडा के बलीपुर गांव में शनिवार दोपहर एक नाइन एममए की पिस्टल गड्ढे में पड़ी मिली. बताया जा रहा है कि ये पिस्टल मृत डीएसपी जियाउल हक की है.
इसके अलावा सीबीआई को गांव प्रधान नन्हें यादव की हत्या में इस्तेमाल गोलियां भी मिली हैं.
बलीपुर गांव में घुसते ही पड़ने वाले चौराहे की ओर विवादित जमीन और उस पर बनीं दुकानें हैं जिसपर कब्जे के लिए गत दो मार्च को हुए खूनी संघर्ष में सीओ कुंडा जियाउल हक, ग्राम प्रधान नन्हें सिंह यादव और इनके छोटे भाई सुरेश यादव की हत्या हो गई थी. इसी जमीन की दूसरी ओर सड़क के किनारे एक गड्ढा है जिसके अगल-बगल बेर से पेड़ लगे हुए हैं.
शनिवार दोपहर बलीपुर गांव के कुछ लडक़े बेर तोड़ रहे थे. इसी दौरान बेर टूट कर गड्ढे में गिर गए जिसमें पानी भरा हुआ था. एक लड़का पानी में उतरा और बेर बीनने लगा तभी उसके हाथ पिस्टल पानी में डूबी पड़ी पिस्टल लग गई. पिस्टल लेकर वह लड़का गड्ढे से बाहर निकला और बलीपुर गांव में पहरा दे रहे पीएसी के जवानों की इसकी सूचना थी. इसकी जानकारी होते ही कुछ ही देर में सीबीआई कैम्प ऑफिस से अधिकारियों का एक दल मौके पर पहुंच गया.
बेर तोड़ने वाले लड़कों से भी कुछ देर पूछताछ की गई. ये पिस्तौल डीएसपी की हत्या करने के बाद से लापता थी.