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यूपी कांग्रेस के 8 जोनल चीफ बदले, जितिन-आरपीएन की छुट्टी

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को चुस्त दुरुस्त बनाने के इरादे से कांग्रेस ने प्रदेश में आठ क्षेत्रीय अध्यक्षों को हटा कर उनके स्थान पर आठ नये जोनल प्रभारियों और आठ संयोजकों की नियुक्ति की घोषणा की.

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राहुल गांधी
राहुल गांधी

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को चुस्त दुरुस्त बनाने के इरादे से कांग्रेस ने प्रदेश में आठ क्षेत्रीय अध्यक्षों को हटा कर उनके स्थान पर आठ नये जोनल प्रभारियों और आठ संयोजकों की नियुक्ति की घोषणा की.

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पार्टी ने साथ ही उत्तर प्रदेश के 31 जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के नामों का भी ऐलान किया.

पार्टी ने जिन क्षेत्रीय अध्यक्षों को हटाया है उनमें केन्द्रीय मंत्री आर पी एन सिंह और जितिन प्रसाद के अलावा वरिष्ठ नेता राशिद मसूद, पी एल पुनिया, राजा राम पाल, विवेक सिंह, अनुग्रह नारायण सिंह और विजेन्दर सिंह शामिल हैं. इन सभी को पिछले साल जोनल अध्यक्ष बनाया गया था. उन पर लोगों तक अपनी पहुंच बनाने में नाकाम रहने की शिकायतें उपध्यक्ष राहुल गांधी तक पंहुची थी.

पार्टी महासचिव जर्नादन द्विवेदी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश के लिए आठ नये जोनल प्रभारियों और आठ संयोजकों के साथ साथ 31 जिला शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की नियुक्ति के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी.

जिन लोगों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नया क्षेत्रीय प्रभारी बनाया गया है उनके नाम हैं पंकज मलिक, ललितेशपति त्रिपाठी, संजय कपूर और डॉ. मुस्लिम (सभी विधायक) दीपक कुमार (पूर्व मंत्री), विनोद चौधरी (पूर्व विधयक), दिग्विजय सिंह और भगवती चौधरी.

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इनके अलावा वीरेन्द्र सिंह गुड्डू, दिलनवाज (विधायक) वंशीधर राज (पूर्व मंत्री) असलम रैनी, चन्द्रशेखर सिंह, वीरेन्द्र चौधरी, फूलवती सैनी और योगेश दीक्षित को संयोजक नियुक्त किया गया है. उत्तर प्रदेश राजनीतिक रूप से कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण राज्य है क्योंकि यहां से लोकसभा की 80 सीटें हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को 22 सीटें मिली थी. हालांकि विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी झटका लगा था और 403 सीटों में से पार्टी को सिर्फ 28 सीटें मिली थी.

ऐसी खबरे थीं कि राहुल गांधी जोनल अध्यक्षों के कामकाज को लेकर खुश नही थे क्योंकि ऐसी शिकायतें थीं कि इनमें से कई ने तो जिला मुख्यालय तक जाने की जहमत नहीं उठायी थी.

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