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शंकराचार्य ने साईं ट्रस्ट पर लगाया ठगी का आरोप, कहा- पक्का मुसलमान था साईं

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर साईं पर हमला किया है. वाराणसी में अपने ताजा बयान में शंकराचार्य ने साईं ट्रस्ट पर ठगी का आरोप लगाया है. शंकराचार्य ने कहा कि साईं ट्रस्ट के पास ठगी का पैसा है. वह हिंदू देवी-देवताओं के चमत्कारों पर साईं की तस्वीर बनाकर ठग रहा है.

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शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की फाइल फोटो
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की फाइल फोटो

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर साईं पर हमला किया है. वाराणसी में अपने ताजा बयान में शंकराचार्य ने साईं ट्रस्ट पर ठगी का आरोप लगाया है. शंकराचार्य ने कहा कि साईं ट्रस्ट के पास ठगी का पैसा है. वह हिंदू देवी-देवताओं के चमत्कारों पर साईं की तस्वीर बनाकर ठग रहा है. शंकराचार्य ने साईं ट्रस्ट के शताब्दी कार्यक्रम के खर्च पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रस्ट को खर्च का रुपया किसानों की भलाई में इस्तेमाल करना चाहिए.

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शंकराचार्य ने कहा, 'साईं ट्रस्ट उनकी शताब्दी मनाने जा रहे हैं. उनकी शताब्दी में 1200 करोड़ खर्च होगा और वो सारा ठगी का पैसा है. आप देखेंगे कि साईं के ट्रस्ट वाले ऐसे-ऐसे चित्र प्रकाशि‍त करके बांट रहे हैं, जिनमें लीला हमारे भगवान की और चेहरा उसका है. जैसे भगवान श्री कृष्ण ने बंसी बजाई तो साईं बंसी बजा रहा है. साईं शेषनाग पर सो रहा है. इस तरह हिंदुओं को ठग कर इन लोगों ने 13 अरब रुपया बनाया.'

साईं ट्रस्ट को सुझाव देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि जो ठगी का पैसा ये लोग शताब्दी कार्यक्रम में खर्च कर रहे हैं, उसे महाराष्ट्र में किसानों की भलाई पर खर्च कर देना चाहिए. यह पहली बार नहीं है जब शंकराचार्य ने साईं पर इस तरह हमला बोला है. वह इससे पहले भी कई बार साईं और साईं भक्तों के खि‍लाफ बयान दे चुके हैं.

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'साईं पक्का मुसलमान है'
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने साईं को पक्का मुसलमान बताया है. शंकराचार्य ने कहा कि दूसरे शास्त्रों में भी साईं का कोई उल्लेख नहीं है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि शि‍रडी में समाधि है या कब्र. शंकराचार्य ने कहा, 'वो हिन्दू था कि मुसलमान ये भी कुछ पता नहीं है. ऐसी स्थिति में एक कल्पित व्यक्ति की इस तरह से प्रशंसा की जा रही है. ट्रस्ट को भ्रम फैलाने के बजाय लातूर में पानी की समस्या को दूर करने में मदद करनी चाहिए.'

शंकराचार्य ने आगे कहा, 'जब मुसलमानों का शासन आया तो उन्होंने हमारे मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बना ली. मकबरा बनाया. इसका उदहारण विश्वनाथ जी हैं. अजमेर की चिश्ती की मजार है, जिसके नीचे आज भी शिवलिंग है. ताजमहल है उसके नीचे अभी भी शिवलिंग है. आपने हमारे मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बना ली, हमने अहिल्याबाई के सौजन्य से दूसरा विश्वनाथ मंदिर बना लिया. अब भारत की आजादी के बाद हमारे मंदिरो में एक मुसलमान की मूर्ति क्यों डाली जा रही है. साईं की मूर्ति क्यों रख रहे हो. उसे रखते समय कोई सरकार नहीं रोकती, जब निकालते हैं तो रोकती है. ये कहां का न्याय है.'

शंकराचार्य ने कहा कि साईं पक्का मुसलमान है. फातिहा पढ़कर रोटी खाता था. रोज मांस खाता था. 'सबका मालिक एक है' वाली बात जो धारावाहिक में दिखाई गई है वो गुरुनानक का नारा है. शंकराचार्य ने कहा कि वह आस्था के विरोधी नहीं है, लेकिन आस्था और अंधविश्वास में अंतर है.

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