राम मंदिर विवाद का हल निकालने में जुटे श्री श्री रविशंकर के प्रयासों पर शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने सवाल उठाए हैं. वक्फ बोर्ड ने कहा है कि श्री श्री रविशंकर गलत रास्ते पर जा रहे हैं. शिया बोर्ड को रविशंकर द्वारा दिल्ली में सुन्नी मौलानाओं से मुलाकात करने पर ऐतराज है.
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने कहा है कि रविशंकर जी का जो प्रयास है वो गलत दिशा की तरफ है. वो उन लोगों से बातचीत का प्रयास कर रहे हैं जिन्होंने आजादी के बाद से लेकर कभी सुलह समझौते की कोशिश नहीं की. उनकी दुकान इस फसाद की वजह से चल रही है. वो उन दुकानों के शटर बंद कर सुलह समझौता नहीं चाहते. और कुछ मुल्लाओं की मठाधीशी की वजह से आज इस माहौल पर हिंदुस्तान पहुंच गया है. जो बाबरी मस्जिद वहां पर शहीद हुई वो इसी टकराव का नतीजा है. अगर उस वक्त आपस में बैठकर सुलह समझौते की बातचीत हो जाती तो ये नौबत ना आती. गौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी सोमवार को अखाड़ा परिषद के अध्य्क्ष नरेंद्र से मिलने पहुंचे हैं.
वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने ये भी कहा कि जिनकी चीज नहीं है उनसे बातचीत की जा रही है. वही तो देश को खराब कर रहे हैं, वही फसाद करने की और देश का माहौल खराब कराने का प्रयास कर रहे हैं. तो उनसे बात करने से कोई फायदा नहीं है. और जहां पर मंदिर है वहां मंदिर बनाना चाहिए और मुस्लिम आबादी जहां पर है वहां मस्जिद बननी चाहिए. अगर आपसी बातचीत बनती है तो बहुत अच्छा, सुलह का एक मसौदा तैयार हो सकता है. शिया वक्फ बोर्ड इसमें पूरी कोशिश कर चुका है. हिन्दू पक्षों से बातचीत हो चुकी है और हिन्दू पक्ष तैयार भी है. अब इसको किस तरह से कानूनी अमली जामा पहनाया जाए इस पर बातचीत हो. इस पर हम अखाड़ा परिषद से सहमति लेने आए हैं.