लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है. राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों के साथ ही शिवसेना भी मोदी सरकार को चौतरफा घेर रही है. इसको लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए में सहयोगी शिवसेना लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रही है. अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने राम मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए बीजेपी को घेरने की कोशिश की है.
संजय राउत ने कहा कि, 'हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी, तो कानून बनाने में कितना समय लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर यूपी तक बीजेपी की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत सांसद हैं, जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे. जो विरोध करेगा, उसका देश में घूमना मुश्किल होगा.'
उनका यह बयान उस समय आया है, जब शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण के लिए मुहिम तेज कर दी है. शिवसेना का कहना है कि अगर बीजेपी को लोकसभा चुनाव जीतना है, तो पहले राम मंदिर का निर्माण कराना होगा. पार्टी ने साफ कर दिया है कि उसे राम मंदिर के निर्माण से कम कुछ और मंजूर नहीं है. शिवसेना ने नारा भी दिया है कि हर हिंदू की यही पुकार पहले राम मंदिर फिर सरकार.Humne 17 minute mein Babri tod di, to kanoon banane mein kitna time lagta hai?Rashtrapati Bhawan se lekar UP tak BJP ki sarkar hai. Rajya Sabha mein aise bahot sansad hai jo Ram mandir ke saath khade rahenge,jo virodh karega uska desh mai ghumna mushkil hoga:Sanjay Raut,Shiv Sena pic.twitter.com/62zlo0eZJ5
— ANI (@ANI) November 23, 2018
इससे पहले राम मंदिर को लेकर शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हर किसी के खाते में 15 लाख रुपये देने की तरह ही क्या राम मंदिर भी बीजेपी का एक चुनावी जुमला है? ठाकरे ने कहा था, 'अब जब हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं, तो हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राम मंदिर हकीकत में बनाया जाए. क्योंकि राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सिर्फ चुनाव के दौरान आता है और चुनाव के खत्म होने के बाद इसे भुला दिया जाता है.'
बता दें कि राम मंदिर के मुद्दे पर शिवसेना काफी समय से बीजेपी को निशाना बनाती आ रही है. राम मंदिर की मुहिम को धार देने के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे 25 नवंबर को अयोध्या जा रहे हैं. वो वहां रामलला के दर्शन करने के साथ ही सरयू तट पर पूजा अर्चना करेंगे. अयोध्या जाने से पहले उद्धव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो जाना चाहिए.